ऐसे हो रहा है सर्वे
शाह की टीम से जुड़े सदस्य बड़े सुनियोजित तरीके से अपना काम कर रहे हैं। इसके लिए टीम से जुड़े सदस्य अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और परिजनों के जरिए छत्तीसगढ़ में रहने वाले उनके परिचितों से बात करवा रहे हैं। फोन करने वाला बातों-बातों में नेतृत्व पर सवाल कर रहा है। गोलमोल जवाब मिलने पर सीधे एक सवाल होता है कि जनता क्या चाहती है। जनता के मन में नाराजगी है या नहीं? यह सवाल कई मामले में अहम है।
सर्वे के मायने
1- भाजपा मिशन-65 के लिए कोई चूक नहीं करना चाहती है। टिकट वितरण का अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा। यह सर्वे टिकट वितरण में सबसे अहम भूमिका निभाएगा।
2- स्थानीय नेताओं के दम में टिकट लेने वाले नेताओं को नुकसान उठाना पड़ सकता है। सर्वे के बाद नए और युवा चेहरों के लिए रास्ता खुल सकेगा।
3- सर्वे में इस बात का भी ध्यान भी रखा जा रहा है कि कौन-कौन विधायक सोशल मीडिया में सक्रिया है या नहीं। इससे विधायक का सीधे जनता से जुड़ाव का पता चलेगा।
4- चुनाव से पहले नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रियों-विधायकों की टिकट पर भी पड़ेगा असर।