अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में उछाल आने के साथ ही केन्द्र सरकार ने एलपीजी (LPG) गैस के कीमतों में बढ़ोत्तरी की है। जुलाई माह में भी गैस की कीमत में 54 रूपए की वृद्धि कर दी गई है। महिलाओं का कहना है कि महंगाई के चलते उनके घर का बजट गड़बड़ा गया है। एक जानकारी के अनुसार जिले में कुल 11 गैस एजेंसियां संचालित हो रही है।
प्रत्येक माह गैस सिलेंडर के कीमतों में बढ़ोत्तरी होने से आम जनता को महंगाई की मार झेलना पड़ रहा है। जागरूक महिला मंजूषा निर्मलकर, सावित्री साहू, केकती निर्मलकर ने बताया कि मई माह में 14.2 किग्रा गैस रिफलिंग कराने पर 1093 रूपए देना पड़ रहा था, लेकिन जुलाई माह में गैस की कीमतों में 54 रूपए की वृद्धि कर दी गई है। इससे उनके घर का बजट गड़बड़ा गया है। जबकि नाममात्र की सब्सिडी उनके खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है।
इससे उनमें रोष पनपने लगा है। सूत्रों की मानें तो 1 सितंबर-2020 को 14.2 किग्रा गैस सिलेंडर की कीमत 679.5 रूपए थी। 1 दिसंबर 2020 को इसकी कीमत बढ़कर 730.5 रूपए हो गई। इसी तरह 25 फरवरी 2021 को 883.7 रूपए, 6 अक्टूबर 2021 को 943.4 रूपए तथा 1 जुलाई 2022 को इसकी कीमत बढ़कर 1147.50 रूपए हो गई है। इस तरह पिछले 11 महीने में 467.60 रूपए की बढ़ोत्तरी हुई है।