आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने धरना-प्रदर्शन कर रैली निकाली
9 फरवरी से शुरू किए अपने इस आंदोलन में आज जिले भर से जुटी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने सैकड़ों की संख्या में गांधी मैदान पर धरना-प्रदर्शन दिया।

गरियाबंद. प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपना 2 साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है। जैसे-जैसे राज्य सरकार का कार्यकाल आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे सरकार के द्वारा चुनाव पूर्व किए गए नियमितीकरण सहित अन्य वादों को पूरा नहीं कर पाने के कारण धरना प्रदर्शन एवं विरोध के स्वर भी तेज होते जा रहा है। इसी कड़ी में पिछले 10 दिनों से अपनी मांगे पूरा करने को लेकर अपने अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका लगातर अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने को लेकर अलग-अलग तरह के प्रदर्शन कर रही है।
9 फरवरी से शुरू किए अपने इस आंदोलन में आज जिले भर से जुटी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने सैकड़ों की संख्या में गांधी मैदान पर धरना-प्रदर्शन दिया। जहां अपनी मांग को जायज बताते हुए सरकार का ध्यानाकर्षण कराने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान अपने साथियों का हौसला बढ़ाने के लिए मंच से कविताएं एवं देशभक्ति के के नारे लगाए। इसके बाद विशाल रैली के रूप में कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर अपर केलक्टर को दस सूत्रीय मांग का ज्ञापन सौंपा। वही अपनी मांगे पूरी तरह जायज बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत लगभग एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका कार्यरत हैं, जो शासन की हर योजना को अमलीजामा पहनाने में लक्ष्य तक पहुंचाने में दिन-रात मेहनत करके सहयोग करते हैं।
चुनाव के दौरान नियमितीकरण की करने की बात करने वाली राज्य सरकार अपने दो साल का कार्यकाल पूर्ण कर चुकी है और समय-समय पर छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ द्वारा शासन-प्रशासन ध्यानाकर्षण किया जाता रहा है। बावजूद हमारी मांगों को अब तक पूरा नहीं किया गया। मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में 5 मार्च को रायपुर में विशाल धरना-प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपने की बात कही गई है।
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