रायपुर

टोकन और बारदाना नहीं मिलने से नाराज किसानों ने सड़क पर धान फेंककर लगा दी आग, प्रदेश भर में प्रदर्शन

आप लोगों नहीं पहुंचे तो आग लगाकर चले जाएंगे। उनका कहना था कि किसान बहुत ज्यादा परेशान है। यदि धान नहीं खरीदना है, तो बोर्ड टंगवा दें। किसानों का आरोप है कि यहां पांच दिनों से टोकन नहीं दिया जा रहा है। जबकि किसान अपना धान लेकर रतजगा करने का मजबूर हो रहे हैं।

रायपुरFeb 19, 2020 / 09:48 pm

Karunakant Chaubey

टोकन और बोरा नहीं मिलने से नाराज किसानों ने सड़क पर धान फेंककर लगा दी आग, प्रदेश भर में प्रदर्शन

रायपुर. धान खरीदी के अंतिम दिनों में किसान अव्यवस्था, टोकन नहीं मिलने और बारदाने की कमी से धान नहीं बेच पा रहे हैं। इससे नाराज किसान सड़कों पर उतरकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। सूरजपुर जिले में टोकन नहीं मिलने से नाराज किसानों ने सड़क पर अपना धान फेंक दिया और उसमें आग लगा दी। वहीं विश्रामपुर, बैकुंठपुर, बालोद, कांकेर में कई स्थानों पर किसानों ने चक्काजाम कर दिया।

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कवर्धा जिले के रैतापारा में तो किसानों ने बारदाने से भरे ट्रक को ही बंधक बना लिया। इधर, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान खरीदी की समीक्षा की और जिन स्थानों पर बारदाने की कमी की शिकायतें आ रही है थी, वहां के कलेक्टरों से दूरभाष पर चर्चा की भी। सरकार का कहना है कि अधिक धान खरीदी होने की वजह से बारदानों कमी हो गई थी, जिसकी आपूर्ति कर दी गई है।

सूरजपुर जिले के सिलफिली स्थित धान खरीदी केंद्र ने धान खरीदी से इनकार कर दिया। इसके बाद किसानों ने भाजपा किसान मोर्चा की अगुवाई में प्रदर्शन किया। किसानों ने सड़क पर करीब १० क्विंटल धान को फेंककर आग लगा दी। सूचना पर खरीदी केंद्र पहुंची तहसीलदार गरिमा ठाकुर ने पहले किसानों को समझाने का प्रयास किया और बाद में टोकन देकर चली गईं।

पूर्व मंत्री ने अफसरों को दी आग लगाने की धमकी

कोरिया जिले के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति माड़ीसरई और जिल्दा में टोकन नहीं मिलने पर किसानों ने चक्काजाम कर दिया। किसानों के समर्थन में पहुंचे पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने मौके पर पहुंचकर अफसरों से मोबाइल फोन से बात की और तत्काल खरीदी केंद्र और किसानों की समस्या दूर करने के लिए।

इस दौरान उन्होंने यह भी कि आप लोगों नहीं पहुंचे तो आग लगाकर चले जाएंगे। उनका कहना था कि किसान बहुत ज्यादा परेशान है। यदि धान नहीं खरीदना है, तो बोर्ड टंगवा दें। किसानों का आरोप है कि यहां पांच दिनों से टोकन नहीं दिया जा रहा है। जबकि किसान अपना धान लेकर रतजगा करने का मजबूर हो रहे हैं।

किसानों के खिलाफ बलवा का मामला दर्ज

कवर्धा के ग्राम पलानसरी मोड़ पर पिछले दिनों किसानों ने चक्काजाम किया था। इसमें मामले में पुलिस ने 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बलवा का मामला दर्ज किया है। इससे किसानों में आक्रोश बढ़ गया है।

आप ने की तिथि बढ़ाने की मांग

धान खरीदी की तिथि 15 दिन के लिए बढ़ाए जाने सहित तीन सूत्रीय मांग को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। आम आदमी के प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल ने कहा, अभी भी बहुत से किसान अपने धान नहीं बेच पाए हैं। यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती है, तो हम प्रदेश स्तर पर किसानों के साथ उग्र आंदोलन करेंगे। पार्टी का आरोप है कि, कांग्रेस ने जिसके दम पर प्रदेश में सरकार बनाई है उसी पर लाठी बरसाई जा रही है।
इन स्थानों पर किसानों ने किया प्रदर्शन और चक्काजाम

– विश्रामपुर के जयनगर धान खरीदी केंद्र में।
– कवर्धा में पोड़ी, उसलापुर, बघर्रा नेऊरगांव, मरियाटोला, रेंजाखार के किसानों ने ग्राम पंचायत पोड़ी में कवर्धा- बिलासपुर मार्ग पर चक्काजाम किया।

– टोकन नहीं मिलने से नाराज कांकेर के बडग़ांव और पीवी-७८ में किसानों ने प्रदर्शन और चक्काजाम किया।
– बारदाना संकट के चलते नवागढ़ क्षेत्र में छिरहा समिति के किसान अंजोरदास घृतलहरे के नेतृत्व में नवागांव कला में चक्काजाम किया।

– धान खरीदी की तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर बालोद जिला मुख्यालय से लगे झलमला में भाजपा किसान मोर्चा ने चक्काजमा किया।

किसानों पर लाठी चार्ज के बाद गरमाई सियासत, गृह मंत्री बोले जांच के बाद होगी कार्रवाई

केशकाल में किसानों पर हुए लाठी चार्ज के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है। इस मामले की जांच के लिए भाजपा की पांच सदस्यीय टीम केशकाल पहुंचकर किसानों से चर्चा की। चर्चा के बाद किसान नेताओं ने २३ फरवरी को महा आदंोलन करने की बात कहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेण्डी और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने घटना की जांच की मांग की है। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) क सुप्रीमो अजीत जोगी ने किसानों पर हुए लाठी चार्ज की निंदा करते हुए चार सदस्यीय जांच टीम का एेलान किया है। इस मुद्दे पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कहीं है।

सरकार ने अघोषित रूप से दो दिन पहले धान की खरीदी बंद कर दी है। पूरे प्रदेश में षड़यंत्र के तहत बारदानों को गायब किया गया है।
डॉ. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

प्रदेश के बहुत से खरीदी केन्द्रों में गतवर्षों की तुलना में ज्यादा धान खरीदी हुई है। इस कारण भी उन केन्द्रों में और ज्यादा बोरा की जरूरत पड़ रही है। जिन स्थानों से बारदाना की कमी की शिकायत आ रहा है वहां बारदाना तुरंत उपलब्ध कराए गए हैं।

अमरजीत भगत, खाद्य मंत्री

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