विभागीय उदासीनता के चलते नवागांव एनीकट में पानी की कमी, क्षेत्रवासियों को गर्मी में जलसंकट से पड़ेगा जूझना
रायपुरPublished: Feb 28, 2023 04:06:25 pm
नवापारा राजिम नगर के समीप नवागांव एनीकट में इन दिनों जलस्तर बिल्कुल कम हो गया है। लगातार गेट से पानी बहने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। जल संसाधन विभाग चाहते तो इस पानी को रोक सकते थे, लेकिन उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। बताया जाता है कि इस एनीकट की देखरेख की जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग धमतरी के हवाले है। आगामी 4 महीने गर्मी के दिनों में क्षेत्रवासियों को जल संकट से जूझना पड़ेगा।


विभागीय उदासीनता के चलते नवागांव एनीकट में पानी की कमी, क्षेत्रवासियों को गर्मी में जलसंकट से पड़ेगा जूझना
नवापारा राजिम। नगर के समीप नवागांव एनीकट में इन दिनों जलस्तर बिल्कुल कम हो गया है। लगातार गेट से पानी बहने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। जल संसाधन विभाग चाहते तो इस पानी को रोक सकते थे, लेकिन उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। बताया जाता है कि इस एनीकट की देखरेख की जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग धमतरी के हवाले है। वही गेट खोलने और बंद करने के लिए अथराइज है। उनके उदासीनता के चलते जिस उद्देश्य के लिए सरकार ने एनीकट का निर्माण किया है उसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है। आगामी 4 महीने गर्मी के दिनों में क्षेत्रवासियों को जल संकट से जूझना पड़ेगा।
राज्य सरकार करोड़ों रुपया खर्चा कर नवागांव एनीकट का निर्माण किया है, ताकि गर्मी के चार-पांच महीने लबालब पानी भरा रहे। एनीकट के आसपास बसे हुए लोगों को सुलभता के साथ पानी की उपलब्धता हो। बता देना जरूरी है कि एनीकट में पानी रहते तक भूजल स्तर बना रहता है लेकिन जैसे ही पानी कम हो जाते हैं धीरे-धीरे करके लेवल नीचे चला जाता है। बोर भी जवाब देना शुरू कर देते हैं। इन दिनों छोटे मोनोब्लॉक मशीनें नहीं चल पा रही हैं। कुएं से पानी आउट हो गए हैं। बड़े बोर मशीन से ही पानी आ रहा है। पीने के लिए नल की उपलब्धता के चलते पानी तो उपलब्ध हो रहे हैं ,लेकिन अन्य दिनचर्या के लिए जल संकट सुरसा की तरह मुंह खोल कर खड़ी हुई है। जिनसे निपटने में बड़ी परेशानी होगी।
उल्लेखनीय है कि नवागांव एनीकट के किनारे लाखों की जनसंख्या में लोग रहते हैं इनमें से प्रमुख रूप से राजिम शहर के अलावा आसपास के करीब दर्जनों गांव जो गरियाबंद जिला में आता है। गोबरा नवापारा शहर यह रायपुर जिले का नगर पालिका है। इनके अलावा धमतरी जिला के दर्जनभर से भी अधिक गांव लाभान्वित होते हैं। लाखों की जनसंख्या भी पार हो जाती है और इतनी महत्वपूर्ण एनीकट पर प्रशासन की उदासीनता उनके क्रियाकलाप पर सवालिया निशान लगाते हैं।
पुण्य स्नान के लिए इसी एनीकट से पानी की हुई आपूर्ति
पिछले 5 फरवरी से 18 फरवरी तक प्रदेश के प्रसिद्ध माघी पुन्नी मेला का आयोजन त्रिवेणी संगम पर किया गया। इसमें तीन प्रमुख पर्व हुए जिसमें पुण्य स्नान किया गया। महाशिवरात्रि पर देशभर से लोग पहुंचे और शाही स्नान किया। इस दौरान इसी एनीकेट में स्टोरेज पानी से कुंड में सप्लाई किया गया। परंतु जैसे ही मेला समाप्त हो गए उसके बाद गेट बंद नहीं किया गया और अनवरत पानी बहता रहा। धीरे-धीरे करके आधा से ज्यादा पानी बह गए हैं। अब तो नहाने लायक पानी भी नहीं है।
चौबेबांधा पुल के पास दिख रहे रेत
एनीकट में पानी भरी रहने के कारण चौबेबांधा पुल के पास 7 से 8 फीट पानी भरा रहता है, लेकिन अब तो रेत दिखाई दे रहे हैं। और उसमें घास फूस उग गए हैं। इसमें पास मवेशी चारा चरने के लिए आ रहे हैं। नवागांव और चौबेबांधा, सिंधौरी, राजिम सहित बाहर से आने जाने वाले यात्रीगण भी यहां स्नान करते हैं। लेकिन पानी कम होने के कारण नहाने में दिक्कत हो रही है।
गेट से अभी भी बह रहा पानी
इस एनीकट से अभी भी पानी निकल रहा है। कुछ गेट खुला छोड़ दिए गए हैं। इसी तरह से पानी बाहर होते रहे तो आने वाले तीन-चार दिनों में एनीकट पूरी तरह से खाली हो जाएगा।
एनीकट में लबालब पानी भरने की मांग
क्षेत्र के लोगों ने नवागांव एनीकट के गेट को बंद कर पानी भरने की मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे, विधायक धनेन्द्र साहू एवं अमितेश शुक्ला सहित विभागीय अधिकारियों से की है।