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अन्ना हजारे ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल, बोले- लोकपाल कानून का पालन नहीं फिर करूंगा आंदोलन

locationरायपुरPublished: Oct 04, 2017 01:32:31 pm

Submitted by:

Lalit Singh

राजधानी पहुंचे प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने एक बार फिर लोकपाल को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।

Anna Hazare in Raipur
रायपुर. राजधानी पहुंचे प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने एक बार फिर लोकपाल को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा 45 साल में 6 बार लोकपाल काबिल सदन में रखा गया, लेकिन पास नहीं हुआ। 2011 में जब आप सब मिलकर साथ खड़े हुए यह कानून पास हुआ। लेकिन अभी भी इस पर पूरी तरह से अमल नहीं हो रहा है इसलिए फिर एक बार सोच रहा हूं कि इस धरने पर बैठा हूं।
सिविल लाइन स्थित वृंदावन हाल में आयोजित कार्यक्रम में बुद्धिजीवियों ने और आरटीआई कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने अन्ना हजारे को 27 आईएएस की सूची सौपी। इन आईएएस के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने अन्ना हजारे से निवेदन भी किया कि इस मुद्दे को लेकर जंतर मंतर या रायपुर में धरना करें।
इसके जवाब में अन्ना हजारे ने कहा कि पता नहीं यहां क्या कार्यक्रम था मुझे अचानक बुलाया गया और बोलने के लिए कहा गया है। भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए एक बड़े संगठन का होना बहुत जरूरी है। 5, 25 या फिर 50 लोगों से भ्रष्टाचार बंद नहीं होगा।
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सही आनंद पाना है तो दूसरे को सुखी करो
कार्यक्रम में अन्ना हजारे ने जीवन का मूलमंत्र बताते हुए कहा कि दूसरों को सुखी करके ही जीवन का सही आनंद मिल सकता है। मेरा अनुभव है कि लखपति करोड़पति भी जो आनंद नहीं उठा पाते मैं उस आनंद का अनुभव करता हूं। आज लोग सुबह 4 बजे से उठकर रात 8 बजे तक सिर्फ दौड़ रहे हैं। श्मशान भूमि जाने तक उनकी दौड़ खत्म नहीं होती है। आनंद दूसरे को सुखी करके ही आ सकता है।
भ्रष्टाचार से लडऩे का बताया मंत्र ?
कार्यक्रम में अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार से लड़ाई करने के लिए बहुत बड़ी सीख देकर गये। उन्होंने कहा कि त्याग करें, आचार्य शुद्ध रखे, विचारों को शुद्ध रखें और जीवन निष्कलंक हो कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सकती है। उन्होंने कहा कि वे 80 साल के हो गए हैं और उनके जीवन में आज तक कोई दाग नहीं लगा है। उनके पास सिर्फ सोने का एक बिस्तर है और खाने के लिए प्लेट है। वह मंदिर में रहते हैं 45 साल से अपने घर नहीं गए हैं। आज उनको उनके भाइयों के बच्चों का नाम भी याद नहीं है।
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युवाओं से कहा अगर शादी नहीं हुई है तो अन्ना जैसे ना बने
अन्ना हजारे ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि जिनकी शादी नहीं हुई है वह बिल्कुल भी अन्ना हजारे जैसे ना बने परिवार और शादी करना बहुत जरूरी है। मैं जो लड़ाई लड़ रहा हूं वह तलवार की धार पर चलने से भी कठिन है।
अन्ना से मिलने जमीन पर बैठे कांग्रेसी
पूरे कार्यक्रम के दौरान अव्यवस्था का आलम रहा। कार्यक्रम के बाद अन्ना हजारे केसाथ फोटो खिंचाने के लिए होड़ सी लगी रही। इस वजह से अन्ना हजारे को कार्यक्रम स्थल से निकलने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। अन्ना के सुरक्षाकर्मी जब उन्हें निकाल कर बाहर ले जा रहे थे तब शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय और अन्य कांग्रेसी नेता अन्ना हजारे से ज्ञापन देने पहुंचे। भीड़ की वजह से उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही थी तो वह जमीन पर ही बैठ गए। तब अन्ना को उनके सामने रुकना पड़ा और कांग्रेसियों ने प्रदेश में हो रहे भ्रष्टाचार ओ की सूची अन्ना हजारे को सौंपी। इस दौरान अन्ना के साथ महाराष्ट्र से आए उनके समर्थकों ने भी आयोजकों पर नाराजगी जाहिर की। वहां मौजूद कुछ कांग्रेसियों ने इस बात पर आपत्ति जताई कि अन्ना का जो वाहन चला रहा था वह भाजपा का एक नेता था। कांग्रेस का कहना था कि भाजपा के नेताओं ने अन्ना हजारे के कार्यक्रम को हाइजैक कर लिया है।
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