शाम करीब 5 बजे से रात 12 बजे तक दिए गए बयान की वीडियोग्राफी भी की गई है। एसआइटी ने अमीन को बिना इजाजत शहर से बाहर नहीं जाने कहा है। मेमन ने बताया कि मामला न्यायालय में होने के कारण वे बयान सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं। एसआइटी टीम की प्रभारी नीथू कमल ने बताया कि अमीन से बहुत महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।
अब मंतूराम ने मांगी अग्रिम जमानत
अंतागढ़ टेपकांड में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता के बाद अब पूर्व विधायक मंतूराम पवार ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में याचिका लगाई है। कोर्ट ने उनके आवेदन को स्वीकार करते हुए पंडरी थाना प्रभारी सोनल ग्वाला से केस डायरी पेश करने को कहा है। डॉ. गुप्ता की अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने टीआइ को गुरुवार को केस डायरी पेश करने का आदेश दिया है।
मंतूराम ने गिरफ्तारी की आशंका को देखते हुए रायपुर जिला एवं सत्र न्यायधीश रामकुमार तिवारी की अदालत में अग्रिम जमानत का आवेदन पेश किया गया है। अधिवक्ता हितेन्द्र तिवारी के माध्यम से लगाए गए आवेदन में मंतूराम ने कहा, राज्य में बदलापुर की राजनीति चल रही है। अंतागढ़ उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस की आपसी गुटबाजी और व्यक्तिगत कारणों से नाम वापस लिया था।
कोर्ट ने उनके आवेदन को स्वीकार कर पंडरी थाना प्रभारी सोनल ग्वाला से केस डायरी पेश करने का आदेश दिया। टीआइ ने बताया कि पूर्व महापौर किरणमयी नायक ने अंतागढ़ टेपकांड में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, अमित जोगी, पूर्व मंत्री राजेश मूणत और मंतूराम पवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। केस डायरी एसआइटी के मुख्यालय भेजी गई है।
एफआइआर खारिज करने हाईकोर्ट में याचिका
कांकेर के अंतागढ़ उपचुनाव में हुए टेप कांड में मंतूराम पवार ने अपने ऊपर हुए एफआइआर के खिलाफ बुधवार को हाइकोर्ट में भी अलग से याचिका दायर की है। याचिका में राज्य सरकार द्वारा एसआइटी गठन के बाद एफआइआर को अनुचित बताते हुए वापस लिए जाने की मांग की गई है। मामले में रायपुर के पंडरी थाने में पूर्व सीएम अजीत जोगी, अमित जोगी, पुनीत गुप्ता, राजेश मूणत और मंतूराम पवार के खिलाफ धोखाधड़ी, रुपयों का प्रलोभन और भ्रष्टाचार अधिनियम की अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
मामले में स्वयं पर एफआइआर दर्ज किए जाने के खिलाफ मंतूराम ने कोर्ट में चुनौती दी है। याचिका में कहा गया है कि जब मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है और स्वयं सीएम भूपेश बघेल इसकी निगरानी कर रहे हों तो एफआइआर दर्ज कराने का क्या मतलब है?