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अंतागढ़ टेप कांड में SIT ने कांग्रेस के इस बड़े नेता से की ढाई घंटे पूछताछ

locationरायपुरPublished: Feb 10, 2019 01:29:47 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

अंतागढ़ टेपकांड की जांच कर रही एसआइटी ने प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री गिरीश देवांगन से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की।

Antagarh Tape Case

Antagarh Tape Case: SIT Interrogate to Congress leader Girish Dewangan

रायपुर. अंतागढ़ टेपकांड की जांच कर रही एसआइटी ने प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री गिरीश देवांगन से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की। एसआइटी के बुलाने पर गिरीश देवांगन शनिवार शाम 7 बजे गंज थाना परिसर स्थित एसआइटी के दफ्तर गए थे। वहां एसआइटी प्रभारी और रायपुर एसपी नीतु कमल, डीएसपी अभिषेक महेश्वरी, निरीक्षक नरेश पटेल के अलावा पंडरी थाना प्रभारी सोनल ग्वाला और गुढिय़ारी थाना प्रभारी सुशांतो बनर्जी ने उनसे लंबी पूछताछ की।
बताया जा रहा है कि यह पूछताछ 2014 के अंतागढ़ उपचुनाव में मंतूराम पंवार के प्रत्याशी बनाने की परिस्थितियों, उनके कथित इन्कार और उनको दी गई प्रचार सामग्री से जुड़े सवालों पर केंद्रित थी। एसआइटी ने उस टेप के स्रोत के बारे में भी जानकारी चाही, जिसके आधार पर पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके पुत्र अमित जोगी, पूर्व मंत्री राजेश मूणत और पूर्व विधायक मंतूराम पवार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। मंतूराम पंवार ने एसआइटी को बताया था, उन्होंने स्वेच्छा से नाम वापस लिया था, क्योंकि वे चुनाव लडऩा ही नहीं चाहते थे। पूछताछ के बाद देवांगन रात 9.30 बजे एसआइटी के कार्यालय से बाहर निकले। इस मामले में एसआइटी अभी तक टेप रेकॉर्ड करने का दावा करने वाले फिरोज सिददीकी, मंतूराम पंवार और आसिफ मेमन से पूछताछ कर चुकी है।

सौंपा बंद लिफाफा
एसआइटी कार्यालय से निकलते समय कांग्रेस नेता गिरिश देवांगन ने एसपी और एसआइटी प्रभारी नीतु कमल को एक बंद लिफाफा दिया। सूत्रों का कहना है कि इसमें अंतागढ़ टेप कांड से जुड़ा कोई दस्तावेज है। हालांकि एसपी नीतु कमल और गिरीश देवांगन दोनों इस बारे में कुछ भी नहीं बता रहे हैं।

नेता भी पहुंच गए
गिरीश देवांगन के साथ एसआइटी कार्यालय में पूछताछ की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस नेता महेंद्र छाबड़ा भी गंज थाने पहुंच गए। उन्होंने गिरीश देवांगन के पास भीतर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। पूछताछ पूरी होने तक छाबड़ा एसआइटी कार्यालय के बाहर खड़े रहे।

प्रदेश के बड़े राजनीतिक कांड में शुमार है मामला
अंतागढ़ टेप कांड प्रदेश के सबसे बड़े राजनीतिक कांडों में शुमार है। अंतागढ़ विधानसभा सीट के लिए 2014 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार मंतूराम पंवार ने नाम वापसी के अंतिम दिन नाम वापस लेकर भाजपा की जीत तय कर दी थी। कांग्रेस ने भाजपा पर प्रत्याशी खरीदने का आरोप लगाया। बाद में एक टेप सार्वजनिक हुआ जिसमें कथित रूप से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके पुत्र अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता मंतूराम को चुनाव से हटाने की बात कर रहे थे। इस टेप के बाद कांग्रेस ने अमित जोगी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। अजीत जोगी को बाहर निकलना पड़ा। हालांकि शिकायतों के बाद भी पूर्ववर्ती सरकार ने इसकी जांच नहीं कराई। दो सप्ताह पहले कांग्रेस की सरकार ने मामले की जांच के लिए रायपुर एसपी के नेतृत्व में एक एसआइटी बना दिया।

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