गरियाबंद जिले में शुरू हुआ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के सत्यापन कार्य, संगणक घर-घर दे रहे दस्तक
रायपुरPublished: Jul 25, 2023 03:39:30 pm
राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में छत्तीसगढ़ सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के सत्यापन कार्य शुरू हो गए हंै। 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक घर-घर जाकर सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य किया गया था। उक्त सर्वेक्षण कार्य के उपरांत प्राप्त जानकारी का वर्तमान में सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन कार्य के लिए संगणक दलों का गठन किया गया है।


गरियाबंद जिले में शुरू हुआ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के सत्यापन कार्य, संगणक घर-घर दे रहे दस्तक
गरियाबंद. राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में छत्तीसगढ़ सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के सत्यापन कार्य शुरू हो गए हंै। 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक घर-घर जाकर सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य किया गया था। उक्त सर्वेक्षण कार्य के उपरांत प्राप्त जानकारी का वर्तमान में सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन कार्य के लिए संगणक दलों का गठन किया गया है। दल में शामिल संगणक घर-घर जाकर सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण कार्य का सत्यापन कर रहे हैं।
कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देशानुसार अपर कलेक्टर अविनाश भोई ने सोमवार को ग्राम कोचवाय और डोंगरीगांव में जाकर सत्यापन कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने संगणकों द्वारा ऑनलाइन एप्प के माध्यम से भरी जा रही जानकारियों का अवलोकन किया। अपर कलेक्टर ने सत्यापन कार्य को त्रुटिरहित और निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश सत्यापन दल में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों को दिए। इस दौरान उप संचालक पंचायत पद्मनी हरदेल व ईडीएम मिथिलेश देवांगन सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के सत्यापन में परिवार की सामान्य जानकारी, आवासीय स्थिति, शौचालय, निवास व राशन कार्ड आदि की जानकारी का सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन दल को प्रशिक्षण भी दिया गया है। सत्यापन कार्य का ऑनलाइन एप्प व हार्ड कापी में भी प्रविष्टिी की जा रही है। साथ ही डाटा सत्यापन के बाद परिवार के आवास एवं सत्यापन दल का फोटो भी अपलोड किया जा रहा है। सत्यापनकर्ता को सत्यापन के लिए सर्वे डाटा के अनुसार परिवारों की सूची पोर्टल में जनपद लॉगिन के अंतर्गत प्रदान किया गया है। जिसमें प्रत्येक परिवार का विवरण उपलब्ध है। सर्वेक्षण कार्य के सत्यापन के लिए गठित दलों में पटवारी व ग्राम पंचायत सचिवों को भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।