लोन की रकम रखें कम
कम लोन अमाउंट रखने से घर में आपका कॉन्ट्रिब्यूशन ज्यादा हो जाएगा और बैंक का जोखिम कम। जिसकी वजह से कोई भी बैंक आपको आसानी से लोन दे देगा।
जॉइंट होम लोन लेने की कोशिश करें
जॉइंट होम लोन लेने में ज्यादा फायदा देता है। इस प्रक्रिया के लिए बैंक दोनों की आय और सिबिल स्कोर को देखते हुए होम लोन देने पर विचार करते है।जॉइंट होम लोन लेने पर लोन अप्रूव होने के चांस बढ़ जाते हैं।अगर सह-आवेदक महिला होती है तो कुछ बैंकों द्वारा इस पर इंटरेस्ट रेट आधा प्रतिशत तक मिलता है।
आसन नियमों वाले सिक्योर्ड लोन के लिए करें अप्लाई
किसी गारंटी पर लिए गए लोन को सिक्योर्ड लोन कहते हैं। कोई भी व्यक्ति प्रॉपर्टी, गोल्ड, या PPF आदि पर लोन ले सकता है। अनसिक्योर्ड लोन कि तुलना में सिक्योर्ड लोन के लिए नियम आसान होते हैं।
फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेशियो का भी रखें ध्यान
बैंक में लोन के लिए अप्लाई करने के बाद बैंक आपकी सारी जानकारी देखता है। उनमें से एक है फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेशियो (FOIR)। इससे यह पता चलता है कि आप हर महीने लोन के लिए किस्त के तौर पर कितने रुपये दे सकते हैं।आपकी पहले से जा रही ईएमआई, घर का किराया, बीमा पॉलिसी और दूसरे भुगतान मौजूदा आय का कितना फीसदी है।अगर आपके ये सभी खर्च आपकी सैलरी के 50% तक लगते हैं तो वह आपकी लोन एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर सकता है।
NBFC में भी कर सकते हैं अप्लाई
एनबीएफसी यानी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी। यह कंपनी अधिनियम 1956 के अंतर्गत पंजीकृत एक फाइनेंसियल कंपनी है, जो एक बैंक की तरह ही काम करती है।बैंक से लोन ना मिलने पर आप यहां आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा, क्योंकि NBFC द्वारा ली जाने वाली ब्याज दर बैंक से ज्यादा होती है।