कम सोना
घर के काम करने की वजह से औरतें अपनी नींद से समझौता करना शुरू कर देती हैं। इस समय बच्चे की अच्छी ग्रोथ होना बहुत जरूरी है। कम नींद से बेचैनी, तनाव आदि की परेशानी हो सकती है।बेबी को इग्नोर करना
प्रेग्नेंसी (pregnancy) में औरत का अनकंफर्टेबल होना आम बात है। इस समय ज्यादातर औरतें बेबी के साथ बॉन्डिंग करना भूल जाती हैं। इस समय अपने पेट को आराम से सहलाएं ताकि उसे आपके प्यार का अहसास हो सके।जरूरत से ज्यादा खाना
खाना गर्भावस्था में लोग तंदुरूस्त बच्चे को लेकर इतने ज्यादा फिक्रमंद हो जाते हैं कि जरूरत से ज्यादा खाना-पीना शुरू कर देते हैं। जिससे डिलीवरी के समय परेशानी हो सकती है। इससे हाई ब्लड प्रैशर और यूरीन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने की दिक्कत हो सकती है। कई बार तो हाथ-पैरों में सूजन भी आने लगती है।ना हो दुखी
गर्भावस्था के दौरान दुखी होने से बच्चे पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है। एक रिसर्च के मुताबिक वे गर्भवती महिलाएं जिनके किसी करीबी की मौत गर्भवस्था के दौरान हो जाती है वे दुखी हो जाती हैं। इस दुख का असर उनके होने वाले बच्चे पर पड़ता है. जब वे बड़े हो जाते हैं तो मानसिक बीमारियों की खतरा अन्य की अपेक्षा अधिक होता है।