कई लोगों को इंटरमिटेंट फास्टिंग की सहीं जानकारी नहीं होती जिससे उन्हें नुकसान भी हो सकता है। ऐसे में हम आपको इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे में बताएंगे आइये जानते है |
क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक ऐसी डाइट प्लान है जिसमें व्रत के साथ- साथ खाने का एक अलग तरीका होता है। इस व्रत का एक निर्धारित समय होता है। जिसे कोई भी व्यक्ति अपने सुविधानुसार फॉलो कर सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार और तरीका
16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग
यह इंटरमिटेंट फास्टिंग सबसे ज्यादा चर्चित मानी जाती हैं। इसमें पुरुषों को 16 घंटे और महिलाओं को 14-15 घंटे का उपवास करना होता है और 8 घंटे का वक्त खाने के लिए रखा जाता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति 12 बजे अपना पहला भोजन करता हैं तो वह अपना आखिरी भोजन 8 बजे तक कर लेगा। इसका मतलब आप 16 घंटे का व्रत रखते हैं। कई लोगों के लिए ब्रेकफास्ट स्किप करना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में वह पानी, कॉफी या फिर ऐसी चीज का थोड़ी मात्रा में सेवन कर सकते हैं जिसमें कैलोरी जीरो हो। इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आपको जिस समय भोजन करना है। उसमें आप हेल्दी खाना खाएं।
5/2 डाइट
इस डाइट में सप्ताह में 5 दिन नॉर्मल खाना खाया जाता है। वहीं बचे हुए 2 दिनों में 500-600 कैलोरी कर ही खा सकते हैं। इस डाइट को फास्ट डाइट के नाम से जाना जाता है। उदाहरण के लिए अगर आप सोमवार से लेकर गुरुवार तक नॉर्मल खाना खाते हैं। तो शुक्रवार से रविवार तक आप 2 छोटे मील 250-250 कैलोरी के महिलाएं ले सकती हैं। वहीं पुरुष 300 कैलोरी तक ले सकते हैं।
हर दूसरे दिन का उपवास
इस डाइट में आपको हर दूसरे दिन व्रत रखना होगा। अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग की शुरुआत कर रहे हैं तो यह आपके लिए सबसे बेस्ट है। इसके लिए आप पहले दिन नॉर्मल खाएं और दूसरे दिन व्रत रखें। इसी तरह तीसरे दिन नॉर्मल खाएं और चौथे दिव व्रत रखें। अगर आपको व्रत के दौरा अधिक भूख लग रही हैं तो 100 कैलोरी तक कुछ खा सकते हैं।
Eat-Stop-Eat डाइट प्लान
इस तरह की Intermittent Fasting में सप्ताह में एक या दो दिन पूरे 24 घंटे उपवास करते है। इसका मतलब है कि यदि आप शनिवार को शाम 7 बजे से उपवास शुरू करते हैं, तो आप रविवार की शाम 7 बजे तक लिक्विड फूड के अलावा कुछ भी नहीं खाते हैं। इसमें आप सप्ताह के अन्य दिनों में सामान्य रूप से खाते हैं। यह शरीर के लिए एक नेचुरल डिटॉक्स थेरेपी है और पाचन तंत्र को हेल्दी और साफ रखता है।
फास्टिंग के दौरान पानी पीना कम ना करें
पानी पीने के कई फायदे है, क्योंकि हमारा शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा पानी होता है | और खासकर फास्टिंग के दौरान पानी पीने से आप हमेशा हाइड्रेटेड बने रहते हैं। यह न केवल स्किन में सुधार करेगा, बल्कि टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालेगा और भूख को भी कम करेगा।
इंटरमिटेंट फास्टिंग कब नहीं करनी चाहिए
अगर आपका वजन ज्यादा नहीं है तो इस उपवास को फॉलो न करे।
गर्भवती और ब्रेस्टफीडिंग करने वाली महिलाएं इस डाइट को फॉलो न करे।
बच्चे और मरीज इस उपवास को न करें
अगर कोई व्यक्ति ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी या फिर ब्लड शुगर की दवा ले रहा हैं तो इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। बच्चे इस उपवास को न करे।