दोनों पक्षों को समझाइश देकर जीआरपी थाने लाया गया, परंतु किसी ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई। प्लेटफार्म पर झगड़ा होने की सूचना पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत, भाजपा नेता राजीव अग्रवाल समेत अनेक लोग पहुंचे। थाने पहुंचने पर पता चला कि वह भी भाजपा की महिला नेता है। इसके बाद आपसी समझौता हो गया। जीआरपी प्रभारी आरके बोरझा के अनुसार महिला यात्री नेहा सिंघल देवभोग जनपद अध्यक्ष हैं। वह अपनी बहन, भाई और पति के साथ ट्रेन के बी-2 कोच में अहमदाबाद से रायपुर आ रही थी। सामान रखने को लेकर दोनों में चलती ट्रेन में विवाद हुआ था।
महिला यात्री ने कंट्रोल रूम में सूचना दे दी थी
महिला यात्री ने ट्रेन नागपुर के पास पहुंचने पर रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी कि एक यात्री उसके साथ दुव्र्यवहार और रायपुर पहुंचने पर देख लेने की धमकी दे रहा है। ट्रेन जब शाम 4 बजे प्लेटफार्म आई उससे पहले सुरक्षा बल तैनात था। उस कोच से महिला यात्री और उसका परिवार उतरा। उसी कोच से भाजपा नेता छगन मूंदड़ा अपनी पत्नी के साथ उतरे। उन्होंने पहले से 5-6 समर्थकों को स्वागत के बहाने प्लेटफार्म पर बुला लिया था। ट्रेन से उतरते ही दोनों झगड़ा करने पर उतारू हो गए। भाजपा नेता मूंदडा ने उसके भाई पर हाथ उठाया तो महिला ने भी धुनाई कर दी।
पहले महिला के भाई ने धमकी दी : मूदड़ा
प्रदेश भाजपा कार्यालय सह मंत्री छगन मूंदड़ा का कहना है कि वह सपरिवार सूरत गए हुए थे। अहमदाबाद-पुरी स्पेशल ट्रेन के बी-2 में उनकी 11 व 12 नंबर की बर्थ रिजर्व थी। उस महिला यात्री के परिवार की भी उसी कोच में 10, 14 नंबर की सीट थी, वह अहमदाबाद से सवार हुए थे और सीट के अंदर अपना सामान भर रखे थे। जब वे हटाने के लिए बोले तो उसका भाई विवाद करने पर उतर आया। जिसे टीटीई ने सुलह कराया दिया था। मैंने उसे रायपुर में देख लेने की धमकी नहीं दी थी, बल्कि समर्थक स्वागत करने के लिए पहुंचे थे।
मारपीट हुई ही नहीं, दुष्प्रचार किया जा रहा
भाजपा नेता छगन मूंदड़ा और कुछ यात्रियों के बीच ट्रेन में हुए विवाद को भाजपा ने यात्रियों की गलतफहमी बताया। भाजपा की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आपसी सहमति से मामले में पटाक्षेप हो गया। मगर, कुछ विघ्नसंतोषी लोग इस मामले को दूसरा ही रंग देकर अनर्गल प्रचार कर मारपीट की घटना के तौर पर प्रचारित कर रहे हैं।