युवाओं को लुभाने की पूरी कोशिश
पार्टी के अहम रणनीतिकार ने कहा कि इस बार पूरी तरह सकारात्मक प्रचार की योजना बनी है और समाज के हर वर्ग तक पहुंचने के लिए लंबा होमवर्क किया गया है। रणनीतिकार के अनुसार तरुण गोगोई के बाद पार्टी के पास न उस कद का न उतना सर्वमान्य नेता कोई था,अत: पार्टी ने संगठित एप्रोच से साथ मिलकर रणनीति बनायी। इसके लिए सभी नेताओं को एक साथ बसों में घुमाया गया। फिर आम लोगों के बीच अपनी बात ले जाने के निए असम बचाओ कैंपेन चलाया गया जिसमें युवाओं को प्रतियोगिता जीतने पर आई फोन तक दिये गये।
कांग्रेस विजन पर कर रही है ज्यादा फोकस
पार्टी के अनुसार चुनाव में पांच सालों में भाजपा सरकार की खामियों को तो गिनाएगी ही साथ ही अगले पांच सालों के विजन पर अधिक फोकस करेगी। इनमें साथ ही इस बार चुनाव प्रचार पर पूरी तरह फोकस करने के लिए टिकट वितरण के लिए पार्टी की मीटिंग भी असम में ही हुई जहां पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और दूसरे वरीय नेता जूम के माध्यम से मीटिंग में शामिल हुए। साथ ही चुनाव में प्रियंका गांधी को चुनाव में सरप्राइज फैक्टर की तरह पेश करने की योजना बनायी गयी।
27 मार्च से तीन चरण में चुनाव
राज्य की 126 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च से तीन चरणों में चुनाव होने हैं जिसके तहत 6 अप्रैल को अंतिम चरण की वोटिंग होनी है। 2016 में भाजपा ने 15 साल पुरानी कांग्रेस सरकार को हटाकर वहां पहली बार सत्ता में आयी है। कांग्रेस का दावा है कि इस बार वह नागरिकता संशोधन कानून और भाजपा के सहयोगदी दलों में आयी दरार का लाभ उठाकर लोगों के बीच मजबूत विकल्प को लेकर सामने आयी है।