scriptPhoto Gallery : एटीएम खराब, इ-कॉर्नर बंद लोग हो रहे हलाकान | Patrika News
रायपुर

Photo Gallery : एटीएम खराब, इ-कॉर्नर बंद लोग हो रहे हलाकान

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5 years ago
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रायपुर . राजधानी में बैंकों के एटीएम, कैश डिपॉजिट मशीन, पासबुक प्रिंटिंग मशीनों में खराबी की वजह से रोजाना सैकड़ों ग्राहकों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के बैंकों में रोजाना 45 से 50 हजार ग्राहकों द्वारा लेन-देन होता है। मशीनों के होने के बाद भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिला पा रहा है। मजबूरन बैंकों में लाइन लगाकर खाते से रुपए निकालने, जमा करने पर पासबुक प्रिटिंग के लिए मैनुअल तरीके का सहारा लेना पड़ रहा है। सुधरने का इंतजार मशीनों में खराबी के बाद ग्राहक कई दिनों तक सुधरने का इंतजार करते रहते हैं। बैंक प्रबंधन का कहना है कि संबंधित कंपनियों के इंजीनियर ही खराबी दूर सकते हैं, जबकि बैंक प्रबंधन हमेशा त्वरित ग्राहक सेवा का वादा करते हैं।

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रायपुर . राजधानी में बैंकों के एटीएम, कैश डिपॉजिट मशीन, पासबुक प्रिंटिंग मशीनों में खराबी की वजह से रोजाना सैकड़ों ग्राहकों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के बैंकों में रोजाना 45 से 50 हजार ग्राहकों द्वारा लेन-देन होता है। मशीनों के होने के बाद भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिला पा रहा है। मजबूरन बैंकों में लाइन लगाकर खाते से रुपए निकालने, जमा करने पर पासबुक प्रिटिंग के लिए मैनुअल तरीके का सहारा लेना पड़ रहा है। सुधरने का इंतजार मशीनों में खराबी के बाद ग्राहक कई दिनों तक सुधरने का इंतजार करते रहते हैं। बैंक प्रबंधन का कहना है कि संबंधित कंपनियों के इंजीनियर ही खराबी दूर सकते हैं, जबकि बैंक प्रबंधन हमेशा त्वरित ग्राहक सेवा का वादा करते हैं।

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रायपुर . राजधानी में बैंकों के एटीएम, कैश डिपॉजिट मशीन, पासबुक प्रिंटिंग मशीनों में खराबी की वजह से रोजाना सैकड़ों ग्राहकों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के बैंकों में रोजाना 45 से 50 हजार ग्राहकों द्वारा लेन-देन होता है। मशीनों के होने के बाद भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिला पा रहा है। मजबूरन बैंकों में लाइन लगाकर खाते से रुपए निकालने, जमा करने पर पासबुक प्रिटिंग के लिए मैनुअल तरीके का सहारा लेना पड़ रहा है। सुधरने का इंतजार मशीनों में खराबी के बाद ग्राहक कई दिनों तक सुधरने का इंतजार करते रहते हैं। बैंक प्रबंधन का कहना है कि संबंधित कंपनियों के इंजीनियर ही खराबी दूर सकते हैं, जबकि बैंक प्रबंधन हमेशा त्वरित ग्राहक सेवा का वादा करते हैं।

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रायपुर . राजधानी में बैंकों के एटीएम, कैश डिपॉजिट मशीन, पासबुक प्रिंटिंग मशीनों में खराबी की वजह से रोजाना सैकड़ों ग्राहकों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के बैंकों में रोजाना 45 से 50 हजार ग्राहकों द्वारा लेन-देन होता है। मशीनों के होने के बाद भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिला पा रहा है। मजबूरन बैंकों में लाइन लगाकर खाते से रुपए निकालने, जमा करने पर पासबुक प्रिटिंग के लिए मैनुअल तरीके का सहारा लेना पड़ रहा है। सुधरने का इंतजार मशीनों में खराबी के बाद ग्राहक कई दिनों तक सुधरने का इंतजार करते रहते हैं। बैंक प्रबंधन का कहना है कि संबंधित कंपनियों के इंजीनियर ही खराबी दूर सकते हैं, जबकि बैंक प्रबंधन हमेशा त्वरित ग्राहक सेवा का वादा करते हैं।

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रायपुर . राजधानी में बैंकों के एटीएम, कैश डिपॉजिट मशीन, पासबुक प्रिंटिंग मशीनों में खराबी की वजह से रोजाना सैकड़ों ग्राहकों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के बैंकों में रोजाना 45 से 50 हजार ग्राहकों द्वारा लेन-देन होता है। मशीनों के होने के बाद भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिला पा रहा है। मजबूरन बैंकों में लाइन लगाकर खाते से रुपए निकालने, जमा करने पर पासबुक प्रिटिंग के लिए मैनुअल तरीके का सहारा लेना पड़ रहा है। सुधरने का इंतजार मशीनों में खराबी के बाद ग्राहक कई दिनों तक सुधरने का इंतजार करते रहते हैं। बैंक प्रबंधन का कहना है कि संबंधित कंपनियों के इंजीनियर ही खराबी दूर सकते हैं, जबकि बैंक प्रबंधन हमेशा त्वरित ग्राहक सेवा का वादा करते हैं।

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रायपुर . राजधानी में बैंकों के एटीएम, कैश डिपॉजिट मशीन, पासबुक प्रिंटिंग मशीनों में खराबी की वजह से रोजाना सैकड़ों ग्राहकों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के बैंकों में रोजाना 45 से 50 हजार ग्राहकों द्वारा लेन-देन होता है। मशीनों के होने के बाद भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिला पा रहा है। मजबूरन बैंकों में लाइन लगाकर खाते से रुपए निकालने, जमा करने पर पासबुक प्रिटिंग के लिए मैनुअल तरीके का सहारा लेना पड़ रहा है। सुधरने का इंतजार मशीनों में खराबी के बाद ग्राहक कई दिनों तक सुधरने का इंतजार करते रहते हैं। बैंक प्रबंधन का कहना है कि संबंधित कंपनियों के इंजीनियर ही खराबी दूर सकते हैं, जबकि बैंक प्रबंधन हमेशा त्वरित ग्राहक सेवा का वादा करते हैं।

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