रविवार को जारी हुई रिपोर्ट में रायपुर के आरंग के सीआरपीएफ कैंप में 32, खरोरा आईटीबीपी कैंप में 8, कांकेर में सीआरपीएफ के 9 और राजनांदगांव में आईटीबीपी के 7 जवान संक्रमित पाए गए। रायपुर के बाद सवार्धाकि 17 मरीज जांजगीर चांपा में मिले हैं। प्रदेश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 4000 पार होते हुए 4063 जा पहुंचा है। रायपुर से लेकर बस्तर संभाग तक अब कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने जुलाई में ही 3 हजार मरीजों के मिलने का अनुमान लगाया था, जिसमें से 12 दिनों में 1200 मरीज मिल चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक यह रोजाना होने वाले 3 हजार सैंपलों की जांच में मिलने वाले मरीजों की संख्या, अगर प्रदेश में 6000 सैंपल जांचें जाएं तो मरीजों की संख्या दोगुनी हो जाएगी।
रायपुर और बालोद में दो मौत-
दुर्ग का एक मरीज आंबेडकर अस्पताल में आकर भर्ती हुआ था। जांच में वह कोरोना संक्रमित पाया गया। जानकारी के मुताबिक रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं बताया जा रहा है कि बालोद क्वारंटाइन सेंटर में एक युवक को बिच्छु ने काट लिया, जिसके बाद उसे बालोद जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई, उसकी मौत भी हो गई। जिसके बाद अस्पताल के स्टाफ को क्वारंटाइन करवाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन से मरीजी की रिपोर्ट मांगी है।
70 प्रतिशत संक्रमित प्राइमरी कांटेक्ट वाले-
प्रदेश में मिले संक्रमित मरीजों में 80 प्रतिशत मरीज प्राइमरी कांटेक्ट वाले हैं। रविवार को आई रिपोर्ट में रायपुर जिले में स्पष्ट है कि खरोरा आईटीबीपी कैंप में एक जवान से 8, समता कॉलोनी में एक महिला से 6, आदिवासी कॉलोनी में एक व्यक्ति से 5, विदेश से लौटी होटल में क्वारंटाइन युवती से 3, आरंग में एक जवान से 04 सीआरपीएफ जवान संक्रमित पाए गए हैं। आरंग कैंप में पदस्थ सीआरपीएफ के जवानों की कांटेक्ट हिस्ट्री खंगाली जा रही है। यह चैन है जो बढ़ती जा रही है। प्राइमरी कांटेक्ट का संक्रमित होना, यानी की अभी जितने भी मरीज मिल रहे हैं, उनमें वायरस लोड अधिक है।