script

अवॉर्ड तो मिल जाते हैं लेकिन सुविधाएं नहीं: पं. विश्वमोहन

locationरायपुरPublished: Jun 07, 2023 11:03:54 pm

Submitted by:

Tabir Hussain

नागरिक पुरस्कार प्राप्त के लिए पेंशन योजना शुरू होनी चाहिए

अवॉर्ड तो मिल जाते हैं लेकिन सुविधाएं नहीं: पं. विश्वमोहन

अवॉर्ड तो मिल जाते हैं लेकिन सुविधाएं नहीं: पं. विश्वमोहन

ताबीर हुसैन @ रायपुर. हम कलाकारों को अवॉर्ड तो मिल जाते लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं मिलता। हमें एयरपोर्ट पर लाइन लगाकर वहां की प्रक्रिया में शामिल होना पड़ता है। सरकार को नागरिक सम्मान प्राप्त लोगों के लिए सुविधाएं बढ़ानी चाहिए। साथ ही उनके लिए पेंशन योजना पर विचार करना चाहिए। यह पेंशन अंतिम समय तक मिले, भले नॉमिनल ही क्यों न हो। यह कहा पद्मविभूषण और गै्रमी अवॉर्डी पं. विश्वमोहन भट्ट ने। वे श्रीधारा अवॉर्ड फेस्टिवल में शिरकत करने रायपुर पहुंचे। पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कई मुद्दों पर राय रखी। बोले- हमारे परिवार में 300 साल से शास्त्रीय संगीत की परंपरा अनवरत रूप से जारी है। मेरा सपना है कि घर-घर में संगीत बजता रहे। हम सभी की जिम्मेदारी है कि इसके लिए आगे आएं।

यूट्यूब से रॉयल्टी का नुकसान

सोशल मीडिया के जरिए टैलेंट की पहचान होने लगी है। आर्टिस्ट का काम अच्छा हो तो लोग सराहते भी हैं। लेकिन यूट्यूब के चलते कलाकरों को रॉयल्टी का नुकसान हुआ है। हालांकि इंडियन परफॉर्मिंग राइट्स सोसायटी (आईपीआरएस ) ने कलाकारों के लिए सोचना शुरू किया और रॉयल्टी दिलाने में आगे आई है। इससे कलाकारों को राहत मिली है।

शास्त्रीय संगीत पर टेक्नोलॉजी का यूज

मोहन वीणा में मैंने टेक्नोलॉजी का यूज किया है। पिकअप जो इलेक्ट्रानिक जैसा होता है। इसमें आवाज सीधे एम्पलीफायर में चली जाती है। मैंने अमरीका में एक प्रोग्राम दिया जिसमें 50 हजार दर्शक थे। इतने लोगों तक आवाज को कैसे पहुंचाया जाए। माइक्रोफोन की भी अपनी एक सीमा होती है। पिकअप के जरिए आप साउंड मॉड्यूलेशन भी कर सकते हैं। इसका कंट्रोल बटन मेरे पास ही रहता है। हालांकि यह टेक्नोलॉजी मैं आज से नहीं बल्कि कई सालों से इस्तेमाल कर रहा हूं। कुछ न कुछ अपग्रेड करता रहता हूं। प्रगति का थम जाा अच्छा नहीं होता, क्योंकि उसमें जंग लग जाएगा।
अवॉर्ड तो मिल जाते हैं लेकिन सुविधाएं नहीं: पं. विश्वमोहन

ऐसे हुआ समापन

कार्यक्रम के दूसरे व आखिरी दिन पं. भट्ट ने मोहन वीणा की प्रस्तुति दी। जिसे सुनकर दर्शक खो गए। इसके बाद नृत्यश्रीधारा की बालिकाओं ने ओडिसी ग्रुप डांस प्रस्तुत किया। फिर प्रफुल्ल सिंह गहलोत ने कथक पेश किया। आखिर में उमेश निर्मलकर एंड ग्रुप ने पंथी नृत्य की प्रस्तुति दी। अंंत में आयोजिका आर्या नंदे ने सभी का आभार जताया। उन्होंने ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी का दिल जीत लिया।

ट्रेंडिंग वीडियो