छत्तीसगढ़ इसलिए शीर्ष पर
सेकेंडरी व टर्शियरी हॉस्पिटल केयर के तहत छत्तीसगढ़ समेत इन राज्यों ने सर्वाधिक मरीजों को मुफ्त इलाज की सुविधा सुनिश्चित कराई है। इसलिए ये शीर्ष पर हैं। सेकंडरी व टर्शियरी केयर सुविधा उन अस्पतालों में उपलब्ध होती है, जो प्राथमिक उपचार केंद्रों पर नहीं होती। सेंकंडरी केयर में भी जो सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती वे सुविधाएं टर्शियरी केयर अस्पताल में उपलब्ध होती हैं। इलाज पर दिए गए इस खर्च में सेकंडरी व टरशरी स्तर का इलाज शामिल है।प्रत्येक मिनट में 9 मरीज हो रहे हैं भर्ती
अभी तक 50 लाख लोगों को हॉस्पिटल ट्रीटमेंट उपलब्ध कराया गया है। और हर मिनट आयुष्मान भारत योजना के जरिए 9 मरीज भर्ती हो रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि योजना के तहत अब तक खर्च राशि का 60 फीसदी टर्शियरी केयर पर खर्च हुआ है। इनमें कार्डियोलॉजी, आर्थोपेडिक, रेडिएशन ऑन्कोलॉजीए कार्डियो-थोरेसिस, वसकुलर सर्जरी और यूरोलॉजी संबंधी उपचार प्रमुख हैं।पीएम मोदी ने बताया मील का पत्थर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना को स्वस्थ भारत की दिशा में मील का पत्थर बताया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत एक वर्ष में 50 लाख से अधिक नागरिकों ने नि:शुल्क उपचार का लाभ उठाया है। प्रधानमंत्री ने मोदी ने ट्वीट किया कि स्वस्थ भारत सृजित करने की यात्रा में आयुष्मान भारत योजना मील का पत्थर। यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है कि एक वर्ष में 50 लाख नागरिकों ने नि:शुल्क उपचार का लाभ उठाया। इसका श्रेय आुयष्मान भारत योजना को जाता है।दिवाली पर प्रमोट करेगी भाजपा
भाजपा इस दिवाली आयुष्मान भारत योजना को प्रमोट करेगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की तरफ से भाजपा के सभी सांसदों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। सभी सांसदों से कहा गया है कि दिवाली पर अपने संसदीय क्षेत्र में आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के साथ बैठक करें और उनके अनुभव साझा करें।18236 सरकारी और निजी अस्पताल जुड़ चुके
आयुष्मान भारत योजना को शुरू हुए सितंबर में एक साल पूरा हुआ है। पिछले साल 23 सितंबर 2018 को शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 10 करोड़ 45 लाख ई-कार्ड यानी गोल्डन कार्ड जारी किए जा चुके हैं। योजना से अब तक 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 18,236 सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल जुड़ चुके हैं।फ्री इलाज के साथ 5 लाख का बीमा
इलाज के लिए जरूरी है गोल्डन कार्ड इस योजना के तहत देश के दस करोड़ गरीब परिवारों को कैंसर सहित 1300 से ज्यादा बीमारियों का मुफ्त इलाज और हर परिवार को 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर दिया जा रहा है। अगर आपका नाम इस योजना के अंतर्गत आता है और आप इसका लाभ लेना चाहते हैं, तो आपके पास ‘गोल्डन कार्ड’ होना जरूरी है।30 रुपए में गोल्डन कार्ड
अगर आपका नाम आयुष्मान भारत योजना में है और आप गोल्डन कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो आपको इस योजना में शामिल अस्पताल या जन सेवा केंद्र से संपर्क करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्र बनाए गए हैं, जहां आप इस कार्ड को बनवा सकते हैं। इसे बनवाने के लिए आपको मात्र 30 रुपए देने होंगे और साथ में राशन कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर बताना होगा।आयुष्मान भारत में एक नया प्रावधान
इस योजना से जुड़े परिवार में शादी करके आई नई बहू को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं लेने के लिए किसी कार्ड या डाक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं होगी। ऐसी महिलाएं सपनी पति का आधार कार्ड दिखाकर सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगी। बता दें कि पहले ऐसी महिलाओं को विवाह प्रमाण पत्र जरूरी होता था।आयुष्मान भारत में ऐसे देखें अपना नाम
सबसे पहले इस लिंक पर क्लिक करें https://mera.pmjay.gov.in/search/login-इसके बाद अपना मोबाइल नंबर ऐड करें
– इसके बाद कैप्चा ऐड करें
– फिर ओटीपी जेनेरेट करें
– उसके बाद ओटीपी नंबर ऐड करें
– उसके बाद राज्य सेलेक्ट करें
– उसके अपने नाम या जाति श्रेणी से सर्च करें
– उसके बाद अपनी डिटेल इंटर करें और सर्च करें
आयुष्मान भारत हेल्पलाइन नंबर
आप इन नंबरों पर इस बात का पता कर सकते हैं कि आप आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं या नहीं। हेल्पलाइन का नंबर 14555 है। इस पर मरीज आयुष्मान भारत योजना की जानकारी ले सकते हैं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का एक और हेल्पलाइन नंबर 1800-111-565 भी है। यह नंबर 24 घंटे चालू रहेगा।