जोन कमिश्नर की जांच रिपोर्ट और प्रतिवेदन के बाद निगम आयुक्त सौरभ कुमार ने तत्काल बाबू गंगराम सिन्हा को निलंबित कर दिया। साथ ही गंगाराम सिन्हा और कम्प्यूटर ऑपरेटर नेहा परवीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जारी किया। साथ ही आयुक्त ने विभागीय जांच के लिए नगर निगम के वित्त उपायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है। कमेटी जांच कर बाबू सिन्हा और कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई के लिए अनुंशसा करेगी। बताया जाता है कि जांच कमेटी २०१६ से अब तक जोन तीन में तैनात जोन कमिश्नर और इस मामले से जुड़े सभी कर्मचारियों से पूछताछ करेगी। फिर फाइनल रिपोर्ट बनाएगी।
जोन तीन के जोन कमिश्नर प्रवीण गहलोत द्वारा बाबू गंगाराम सिन्हा और कम्प्यूटर आपरेटर द्वारा ७१ लाख रुपए का सैलरी घोटाला एक दिन हुए थे, कि शनिवार को जोन कमिश्नर गहलोत का ट्रांसफर नगरीय प्रशासन विभाग ने सूरजपुर कर दिया।
बताया जाता है कि उक्त सैलरी घोटाले का मामला खुलते ही बाबू गंगाराम सिन्हा अपने घर पर ताला लगाकर फरार हो गए हैं। इसलिए जोन कमिश्नर द्वारा जारी किए गए कारण बताओ नोटिस और निलंबन आदेश को दरवाजे पर चस्पा कर दिया गया है।
– प्रवीण गहलोत, जोन कमिश्नर, जोन तीन नगर निगम रायपुर