आयकर विभाग में व्यापारी संगठन सहित आयकर बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्य आयकर आयुक्त ने कम राजस्व संग्रहण को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने बैठक में कहा कि स्टील हब, सीमेंट फैक्ट्री, राइस हब होने के बाद भी आयकर को पहली बार सबसे कम राजस्व हासिल हुआ है। प्रदेश मेें इस वर्ष नए आयकरदाता भी कम बने। सभी से अपील की गई है कि वे एडवांस टैक्स समय पर जमा करें।
आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स, आयकर बार एसोसिएशन के साथ बैठक की। इसमें चैंबर और एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अपील की गई कि वे कारोबारियों को एडवांस टैक्स समय पर जमा करने के लिए प्रेरित करें। बैठक में मुख्य आयकर आयुक्त एसएसएसबी रॉय ने कहा कि प्रदेश में ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब लक्ष्य से काफी कम राजस्व प्राप्त हुआ है।
चैंबर अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा ने बताया कि विभाग ने कहा है कि कई सेक्टरों में ग्रोथ होने के बाद भी टैक्स प्राप्त नहीं हुआ। राजस्व की स्थिति इस वित्तीय वर्ष में उम्मीद के अनुरूप नहीं है। बैठक में आयकर आयुक्त एसके सिंह सहित सराफा संघ के हरख मालू, आयकर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
पिछले वर्ष लक्ष्य से ज्यादा हासिल हुआ
आयकर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में कुल 5290 करोड़ रुपए राजस्व का लक्ष्य रखा था। विभाग ने लगभग 5400 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया। इस वर्ष राजस्व संग्रहण की स्थिति अधिकारियों के भी समझ से परे हैं।
आखिरी महीने लक्ष्य में 16 फीसदी इजाफा
आयकर सूत्रों के मुताबिक विभाग ने आखिरी महीने में राजस्व लक्ष्य में 16 फीसदी का इजाफा किया। इस वजह से आयकर विभाग का लक्ष्य 6,378 करोड़ रुपए से बढ़कर 7,398 करोड़ रुपए पहुंच गया। ऐसे में विभाग की राजस्व टीम और डीलर्स पर दबाव बढ़ गया।
आयकर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष चेतन तारवानी ने कहा कि विभाग को अब एडवांस टैक्स से बड़ी उम्मीदें हैं। इस वर्ष आश्चर्यजनक रूप से सबसे कम राजस्व हासिल हुआ है, जबकि 95 फीसदी रिटर्न 31 मार्च के पहले फाइल हो चुके हैं।