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बदली फिजा, इको टूरिज्म रिसॉर्ट में तब्दील हुआ एसटीएफ कैम्प

locationरायपुरPublished: May 25, 2022 01:10:03 am

Submitted by:

VIKAS MISHRA

सीएम ने किया चित्रकोट में रिसॉर्ट का उद्घाटन

बदली फिजा, इको टूरिज्म रिसॉर्ट में तब्दील हुआ एसटीएफ कैम्प

बदली फिजा, इको टूरिज्म रिसॉर्ट में तब्दील हुआ एसटीएफ कैम्प

रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को अपने प्रदेश व्यापी भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ग्राम चित्रकोट में इको टूरिज्म रिसॉर्ट का उद्घाटन किया। रिसॉर्ट में आत्मसर्पित नक्सली और नक्सल पीडि़त परिवारों के दस से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। पहले इस स्थल पर एसटीएफ कैम्प था। अब यहां शांति पूर्ण माहौल है और जन जीवन सामान्य है इसलिए एसटीएफ कैम्प को इको टूरिज्म रिसॉर्ट में रूप में रेनोवेट किया गया है। इसमें 2 करोड़ 90 लाख खर्च हुए हैं।
रिसॉर्ट में अंदरूनी इलाकों से पढ़ाई के लिए आने वाले बच्चों के लिए डोरमेट्री भी बनाई गई है। साथ ही पर्यटकों के लिए रूफ टॉप रेस्टोरेंट और रिवर राङ्क्षफ्टग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। रिसॉर्ट का निर्माण जिला प्रशासन द्वारा किया गया है, इसका संचालन छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा किया जाएगा।
कभी बंदूक उठाने वाली दसमी रिसेप्शन पर अब पर्यटकों का करेगी स्वागत
कभी नक्सली रहकर बंदूक उठाने वाली दसमी कुहरामी अब बस्तर आने वाले पर्यटकों का इको टूरिज्म रिसोर्ट के रिसेप्शन पर स्वागत करेंगी। 9 साल नक्सली जीवन बिता कर आत्मसमर्पण करने वाली दसमी कुहरामी की ये कहानी नक्सली जीवन की कड़वी सच्चाई बयां करती है। दसमी को नाच गाने शौक था इसी वजह से वे नक्सल समूह की चेतना नाट््य मंडली में शामिल हो गईं। शरुआत में वो नक्सल गतिविधियों की असलियत से अनजान थी। नक्सल कैम्प में ही पति वर्गेश से मुलाकात हुई। दोनों ने शादी कर साथ जीवन बिताने का फैसला किया। मगर दसमी का सुखी वैवाहिक जीवन का सपना शुरू होते ही बिखर गया। जिस दिन दसमी की शादी हुई, उसी दिन पति वर्गेश कटेकल्याण क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मारा गया। 2011 में नक्सली बनी दसमी ने नौ साल नक्सली रहने के बाद 2020 में आत्मसमर्पण करने का फैसला किया।

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