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रायपुर

यहां नदी की खुदाई में निकल रहे नर कंकाल, आसपास के इलाकों में फैली दहशत

सीमा से अधिक बड़े इलाके में गहराई तक रेत खनन होने से कई रेत घाटों में वर्षों पूर्व नदी किनारे दफन की गई लाश की हड्डियों के हिस्से भी रेत के साथ बाहर निकल रहे हैं, जिससे लोगों में काफी आक्रोश है। 

रायपुरJul 17, 2017 / 04:09 pm

अभिषेक जैन

human skeleton found

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बलौदाबाजार. जिले के ग्रामीण इलाकों में रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वर्तमान में जिले के अधिकांश रेत घाटों में खनिज विभाग द्वारा निर्धारित सीमा से तीन से चार गुना अधिक क्षेत्र में खुलेआम रेत खनन किया जा रहा है। निर्धारित सीमा से अधिक बड़े इलाके में गहराई तक रेत खनन होने से कई रेत घाटों में वर्षों पूर्व नदी किनारे दफन की गई लाश की हड्डियों के हिस्से भी रेत के साथ बाहर निकल रहे हैं, जिससे लोगों में काफी आक्रोश है। अधिकतर इलाकों में निर्धारित सीमा से अधिक रेत निकाले जाने से नदियों के किनारों में बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे बरसात के दिनों में नदियों का पानी पार से बाहर निकलकर नदी किनारे के ग्रामों तक पहुंचकर बड़े पैमाने पर परेशानी खड़ी कर सकता है। 

Human skeleton out of sand mining
तीन दिन पूर्व जिले के गिरौधपुरी थाना चौकी के ग्राम कोट रामपुर में रेत खनन के दौरान मानव कंकाल निकलने से खनन कार्य में लगे मजदूरों में भय व्याप्त हो गया। लोगों ने बताया कि रेत खनन के लिए केवल 10 एकड़ की ही लीज मिली हुई है। बावजूद इसके निर्धारित लीज से तीन से चार गुना अधिक क्षेत्र में खनन कराया जा रहा है। ठेकेदार को स्थानीय सत्ताधारी नेता की शह मिलने से लोगों द्वारा की जा रही शिकायत पर भी अधिकारी कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। नदी घाटों में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन कर जेसीबी, चेन माऊंटेन सहित अन्य बड़े वाहनों से रेत खनन कराया जा रहा है। इसी प्रकार पलारी ब्लॉक के ग्राम दतान (खैरा) में घाट से भी खनिज माफिया द्वारा निर्धारित लीज से कई गुना अधिक बड़े क्षेत्र से रेत का खनन कराया जा रहा है। बावजूद इसके कार्रवाई नहीं की जा रही है। 


शव के साथ छेड़छाड़ से लोगों में आक्रोश
गौरतलब हो कि हिंदू धर्म के कई समाजों में आज भी अंतिम संस्कार के रूप में मृतक को दफन किए जाने का रिवाज है। जिन ग्रामों में नदी घाट नहीं होता है, वहां ग्राम के निर्धारित स्थल पर मृतक के शरीर को दफनाया जाता है। वहीं जिन ग्रामों में नदी घाट होता है, वहां आज भी नदी घाटों में ही दफनाने का संस्कार पूरा किया जाता है। रेत माफियाओं द्वारा इतनी अधिक गहराई तक रेत खनन किया जा रहा है कि नदी घाटों में पूर्व में दफन किए गए लाश के हिस्से बाहर निकल रहे हैं। मृतात्माओं के शारीरिक अंगों व हड्डियों के साथ बुरा बर्ताव होने से ग्रामीणों में बेहद आक्रोश व्याप्त है।

&जिले में रेत माफियाओं के खिलाफ विभाग द्वारा कई बार कार्रवाई की जा चुकी है। निर्धारित मात्रा से अधिक मात्रा में रेत खनन करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ भी विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। 
बीके चन्द्राकर, जिला खनिज अधिकारी, बलौदाबाजार

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