धान बेचने के लिए तीसरा टोकन नहीं मिलने से नाराज महासमुंद के बागबाहरा क्षेत्र का एक किसान मोइनुददीन तहसील कार्यालय में आमरण अनशन पर बैठ गया है। उसके साथ कुछ और किसान है। किसान के मुताबिक उसको 184 क्विंटल धान बेचने की पात्रता है। अभी तक वह मात्र 88 क्विंटल धान ही बेच पाया है। देर शाम बागबाहरा के एसडीएम जगतप्रसाद जायसवाल ने बताया, तकनीकी वजहों से टोकन जारी नहीं हो पा रहा था। अब उसका टोकन जारी कर दिया गया है। इसके बाद किसान भी मान गया है।
महासमुंद के ही कल्याणपुर के किसान देवनारायण ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी और बागबाहरा तहसील में बाकायदा आवेदन देकर आत्महत्या की अनुमति मांगी है। उसका कहना है खोपली समिति में उसका पंजीयन नहीं किया गया है। इसकी वजह से वह अपना धान नहीं बेच पाया। 18 फरवरी तक धान बेचने की अनुमति नहीं मिली तो वह तहसील कार्यालय के सामने आत्महत्या कर लेगा। देवनारायण परिवार के साथ धरने पर बैठे हैं।
धान खरीदी में अव्यवस्थाओं से नाराज पूर्व गृहमंत्री और रामपुर से भाजपा विधायक ननकीराम कंवर ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कंवर ने 18 फरवरी से अनिश्तिकालीन धरना प्रदर्शन और चक्काजाम की घोषणा की है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को इसकी सूचना भी भेज दी है।