जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी केरल ने पहला विकेट मात्र २१ रन पर गंवा दिया। लेकिन इसके बाद दूसरे विकेट के सलामी बल्लेबाज जलज सक्सेना और डायल एस फेरारियों ने ८२ रन की साझेदारीकर अपनी टीम के स्कोर को शतक के पार पहुंचाया। डायल ३३ रन के स्कोर पर रनआउट हो गए। इसके बाद जलज और सलमान निजार ने पांचवें विकेट लिए २१ रन की साझेदारी की और टीम को स्कोर ४० ओवर में ४ विकेट पर १३३ रन तक पहुंचाया। इसके बाद बारिश आ गई, जिससे आगे का खेल नहीं खेला जा सके और केरल को वीजेडी मैथड के आधार पर ६ विकेट से विजेता घोषित कर दिया गया।
केरल और छत्तीसगढ़ के मैच मेंं प्रदेश के दो सगे भाई भी आमने-सामने रहे। जलज सक्सेना जहां केरल का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, वहीं जतिन सक्सेना छत्तीसगढ़ की ओर से खेल रहे थे। लेकिन जलज का अनुभव जतिन पर भारी पड़ा। जलज ने केरल की ओर से सलामी बल्लेबाजी करने उतरे और नाबाद ५८ रन की पारी खेलकर और गेंदबाजी में कमाल करते हुए १० ओवर में छत्तीसगढ़ के ४ विकेट झटककर अपनी टीम को जीत दिला दी। वहीं, जतिन छत्तीसगढ़ की ओर से सलामी बल्लेबाजी करने ही उतरे, लेकिन वे मात्र २० रन ही बना सके और गेंदबाजी करते हुए भी ८ ओवर में मात्र केरल के एक बल्लेबाज को ही आउट कर सके।