इधर चूनाभट्ठी रमण मंदिर वार्ड में चल रही कथा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान के जन्म प्रसंग की तरह ही आकर्षक झांकी निकाली तो नंद घर आनंद भयो के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालु झूम उठे। यहां कथा कर रहे पंडित वासुदेव तिवारी ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला और वामन अवतार प्रसंग की कथा का श्रवण कराया। वासुदेव महाराज ने कहा कि भगवान सभी की परीक्षा लेते हैं। अर्थात जो सुख और दुख दोनों में भगवान का स्मरण करते हैं, उनकी रक्षा करने में देर नहीं करते। कंस वध कर भगवान ने प्रजा को भय और अत्याचारों से मुक्ति दिलाई।