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रायपुर

भागवत कथा केवल सुनने भर से नहीं, बल्कि जीवन में उतारने से बनेंगे काम

बिरगांव में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन

रायपुरDec 05, 2019 / 07:30 pm

Nikesh Kumar Dewangan

भागवत कथा केवल सुनने भर से नहीं, बल्कि जीवन में उतारने से बनेंगे काम

बिरगांव नगर निगम के सामने वार्ड नंबर 30 में गृह लक्ष्मी महिला स्व.सहायता समूह की ओर से श्रीमद् भागवत कथा पुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन।

रायपुर. श्रीमद् भागवत कथा मोक्षदायिनी है। सच्चे मन से कथा सुनकर उसे जीवन में उतारने से जीव को मोक्ष की प्राप्ति होती है। सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। बिरगांव में चल रही कथा में ये बातें आचार्य गजानन द्विवेदी ने कही।
बिरगांव नगर निगम के सामने वार्ड नंबर 30 में गृह लक्ष्मी महिला स्व.सहायता समूह की ओर से श्रीमद् भागवत कथा पुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यहां विराजे आचार्य द्विवेदी ने तुलसी वर्षा प्रसंग का वर्णन करते हुए बताया कि जिस तरह तुलसी आज घर-घर में प्रसिद्ध हैं और हर घर में तुलसी की पूजा होती है, उससे हम सबको भी सीख लेनी चाहिए। आचार्यश्री से आशीर्वाद लेने के लिए राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य पद्मा चंद्राकर पहुंची और नारियल, पुष्प महापुराण पर अर्पित कर आशीर्वाद लिया। कथा पूर्णाहुति अवसर पर सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य पदमा, आयोजक त्रिवेणी साहू, ईश्वरी परगनिहा, लक्ष्मी वर्मा, सुनीता पटले, रत्ना वर्मा, सुचित्रा सिंह, गोदावरी साहू, श्यामा बाई सिन्हा, हेमलता वर्मा, चेतन साहू, चित्ररेखा रावत, कान्ति साहू एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
नंद घर आनंद भयो की खुशियों में झूमे
इधर चूनाभट्ठी रमण मंदिर वार्ड में चल रही कथा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान के जन्म प्रसंग की तरह ही आकर्षक झांकी निकाली तो नंद घर आनंद भयो के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालु झूम उठे। यहां कथा कर रहे पंडित वासुदेव तिवारी ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला और वामन अवतार प्रसंग की कथा का श्रवण कराया। वासुदेव महाराज ने कहा कि भगवान सभी की परीक्षा लेते हैं। अर्थात जो सुख और दुख दोनों में भगवान का स्मरण करते हैं, उनकी रक्षा करने में देर नहीं करते। कंस वध कर भगवान ने प्रजा को भय और अत्याचारों से मुक्ति दिलाई।

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