कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि की, मगर भाजपा ने इस बंद का विरोध किया है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ने कहा कि ड्रामेबाज संगठन से किसान दूर रहें। अगर, बिल से आपत्ति है तो चर्चा करें, मगर टिकैत सिर्फ इस निरस्त करने की मांग कर रहे हैं, जो किसान हित में नहीं है। ट्रेड यूनियनों ने भी बंद का समर्थन करते हुए, इसमें शामिल होने का आव्हान किया है। उधर, इन्हीं कानूनों के विरोध को लेकर 28 सितंबर को राजिम में किसान महापंचायत प्रस्तावित है। इसमें किसान नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव और मेघा पाटकर शामिल होंगी।
सीएम बोले राहुल गांधी ने सबसे पहले किया विरोध
मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा, केंद्र सरकार के तीनों कानूनों के खिलाफ सबसे पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रैली निकाली थी। जिसके बाद पंजाब, हरियाणा के किसान और अलग-अलग राज्यों के किसानों ने आंदोलन किया, जो लगातार जारी है। छत्तीसगढ़ के किसान भी शामिल हुए। इसके खिलाफ छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी हमने बिल पारित किया था, लेकिन राजभवन से कुछ नहीं हुआ है।