उन्होंने कहा कि शासन की ओर से स्वच्छता को लेकर किए जा रहे तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। जिसकी वजह से आज भी लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। इस मौके पर भूपेश ने स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डेंगू पीडि़तों को चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान करने के बजाए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री इस तरह का बयान देकर जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं।
भूपेश ने स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर के दुर्ग जिले के डेंगू प्रभावित इलाके के दौरे को महज खानापूर्ति बताया। स्वास्थ्य मंत्री डेंगू पीडि़तों को सुविधाएं देने के बजाए उल्टा नसीहत देकर चले गए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार को निरंकुश व तानाशाही सरकार बताया और कहा कि डेंगू की बीमारी को लेकर शासन-प्रशासन गंभीर नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री न तो अपने पद के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं और न ही पीडि़त परिवारों को सहायता दी जा रही है।
डेंगू को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने दिया विवादित बयान
छत्तीसगढ़ में डेंगू से हो रही मरीजों की मौतों को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने फिर एक विवादित बयान देते हुए कहा कि डेंगू से हो रही मौतों के लिए मरीज खुद जिम्मेदार है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू के प्रोटोकॉल में सरकार की तरफ से कोई कमी नहीं है, बल्कि जो लोग देर से अस्पताल गए उनकी खुद की गलती है। बतादें कि छत्तीसगढ़ में डेंगू से 39 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि प्रदेश के कई जिलों में डेंगू फैलने की शिकायतें आ रही हैं।