माना जा रहा है कि इस घटना के विरोध में भूपेश दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर शासन और प्रशासन के खिलाफ रणनीति तैयार करेंगे। दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद भूपेश आज रात 8 बजे रायपुर लौट आएंगे। उनके साथ छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया रायपुर आएंगे। बिलासपुर की घटना को लेकर कांग्रेसियों ने प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह सरकार का पुतला जलाया और जमकर नारेबाजी की। बिलासपुर की घटना को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है।
एआईसीसी के सचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी डॉक्टर चंदन यादव रायपुर पहुंचे। कांग्रेस नेता चंदन यादव विमान तल से ही हुए बिलासपुर रवाना हो गए, जहां उन्होंने घायल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया। बतादें कि मंगलवार को नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल के आवास पर उनके बयान का विरोध जताने और कचरा फेंकने के बाद कांग्रेस कार्यकताओं पर पुलिस ने कांग्रेस भवन परिसर में जमकर लाठियां बरसाईं।
इस लाठीचार्ज में 10 पदाधिकारियों को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने 40 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर कोनी व सिविल लाइन थाने भेजा है। पुलिस का कहना है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें चुनौती दी और फिर गाली-गलौज भी की, जिससे माहौल खराब हो गया।
दरअसल, रविवार को कछार में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट का उद्घाटन करते हुए मंत्री अग्रवाल ने कहा था कि 15 साल पहले कांग्रेस ने शहर को कचरा कर दिया, अब हम साफ कर रहे हैं। इस बयान के विरोध में मंत्री के बंगले का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियों ने बंगले में कचरा डाल दिया और वापस कांग्रेस भवन पहुंच गए।
मंत्री के आवास पर तैनात पुलिस बल ने पहले तो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार नहीं किया, लेकिन जब मंत्री के बंगले में कचरा फेंकने की जानकारी हुई तो कांग्रेस भवन पहुंचकर आंदोलन में शामिल कांग्रेसियों को गिरफ्तारी देने को कहा। कांग्रेसी इसके लिए तैयार हो गए और पुलिस वाहन में बैठ भी गए।
लेकिन युवा कांग्रेस के नेताओं ने इसका विरोध किया कि गिरफ्तारी घेराव के दौरान क्यों नहीं की, अब यहां गिरफ्तारी नहीं देंगे। इसी बात पर पुलिस और कांग्रेसियों में बहस हुई और फिर कार्यकर्ता वहीं बैठकर रामधुन गाते हुए प्रदर्शन करने लगे।इसी दौरान एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर बल के साथ वहां पहुंचे और जो लोग गिरफ्तारी देने के लिए बस में जा बैठे थे, उनको छोड़कर गिरफ्तारी का विरोध जता रहे लगभग 50 कांग्रेसियों की जमकर पिटाई की गई।