READ MORE : बड़ी राहत: कोरोना की दूसरी लहर काबू में लेकिन सावधानी जरूरी, रखें इन तीन बातों का ध्यान राज्य के 20 साल के इतिहास में इस वर्ष सर्वाधिक राजस्व घाटा है। भाजपा ने 15 साल सरकार में रहते हुए 37,000 करोड़ रुपए का कर्ज लिया, जबकि कांग्रेस की मौजूदा सरकार सिर्फ ढाई साल में 15,000 करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है। सत्ता गंवाने के बाद यह पहला मौका था कि जब पार्टी के दिग्गज नेता एक साथ एक मंच पर दिखे।
वहीं पार्टी अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि बीते 5 दिन में हमारे कार्यकर्ता पार्टी के 30जिला मुख्यालय के 5147 गांवों में गए। 1,47,605 व्यक्तियों से संपर्क किया। लोगों से सवाल पूछे। महिलाएं शराबबंदी न होना, किसान 2500 रुपए क्विंटल धान की राशि टुकड़ों में मिलने, बेरोजगार युवा भत्ता न मिलना, वृद्धजन निराश्रितों पेंशन न मिलना और प्रधानमंत्री आवास के तहत घर न मिलने से लोग सरकार से आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर फेल हो चुकी है। सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इस कॉन्फे्रंस में रमन, साय के साथ नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सांसद सुनील सोनी, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, पूर्व मंत्री राजेश मूणत और पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी मौजूद रहे।
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मंत्री चौबे बोले- जनता का सपोर्ट ही हमारा सर्टिफिकेट, भाजपा पर किया पलटवारकृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने भाजपा के बयानों को लेकर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, हमारे वादों के बारे में भाजपा से सर्टिफिकेट लेने की कोई जरूरत नहीं है। प्रदेश की जनता का सपोर्ट ही हमारा सर्टिफिकेट है। उन्होंने कहा, पहले केंद्र सरकार से 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेने की जो बात कही थीं। यदि वो ऐसा करते तो आज करोड़ों रुपए बच जाते। अभी जीएसटी का साढ़े 11 हजार करोड़ शेष है। कोयले का 4000 करोड़ रुपए भी बाकी है। इसके कारण सरकार को कर्ज लेना पड़ रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ की स्थिर सरकार है। हम सभी वायदे पूरा कर रहे हैं और बचे हुए वादे भी पूरा करेंगे। उन्होंने कहा, जो काम पूरे देश मे कहीं नहीं हो रहे, वो काम भी छत्तीसगढ़ में हो रहे हैं।
राजीव गांधी न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, 2 रुपए में गोबर खरीदी जैसे कई योजनाएं जो यहां संचालित हो रही है, वो पूरे देश मे कही नहीं हो रही है।