भूपेश-सिंहदेव के पत्र का भाजपा दे रही हवाला
इस मामले में भाजपा अब खुलकर फ्रंट पर आ गई है। नेता प्रतिपक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टी. एस. सिंहदेव द्वारा अप्रैल 2017 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे गए एक पत्र का हवाला देते हुए कहा है, इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हो रहा है कि कोई भी जांच एजेंसी स्वयं कोर्ट की प्रक्रिया को रोकने का प्रयास कर रही है।
यह लिखा है पत्र में
एसीबी द्वारा न्यायालय को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि विशेष अनुसंधान दल द्वारा इस प्रकरण से सम्बन्धित तथ्यों का पुनर्निर्धारण तथा उसके आधार पर अंतिम सत्यान्वेषण किया जाना है। एसीबी ने इस पत्र में नान की डायरी के उन पन्नों का भी जिक्र किया है जिनकी जांच नहीं की गई है। इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति के मामले और उन आरोपियों को गवाह बनाए जाने का भी जिक्र है जिनके पास से लाखों की नगदी बरामद की गई थी। इस पत्र में एसीबी ने न्यायालय को साफ़ तौर पर लिखा है कि प्रकरण में विवेचना जून 2014 से फरवरी 2015 के बीच की हुई है उसके पूर्व की अवधि को जांच में शामिल नहीं किया गया है। गौरतलब है कि एसआइटी जांच का आदेश देने के बावजूद राज्य सरकार अब तक एसआइटी टीम का गठन नहीं कर सकी है।