बताया जाता है कि 11 लाख करदाताओं में से अब तक सिर्फ करीब 5 लाख द्वारा रिटर्न जमा कराया गया है। बता दें कि पिछले 4 वर्षों में करदाताओं की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। इसमें सबसे अधिक एसईसीएल के कर्मचारियों की संख्या बताई जाती है।
कोरोना से कलेक्शन पर असर
कोरोना की वजह से कारोबार प्रभावित होने के कारण आयकर विभाग के टैक्स कलेक्शन पर भी असर पड़ा है। इसी वजह से केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान करीब 4500 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया है। विभागीय अधिकारियों ने इस लक्ष्य के पूरा होने की संभावना जताई है।
इसके लिए जल्दी ही सर्वे का काम शुरू करने और विवादित प्रकरणों को आपसी समझौते से सुलझाने के संकेत भी दिए है। बता दें कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में विभाग को करीब 6400 करोड़ रुपए का लक्ष्य मिला था। इसमें करीब 5800 करोड़ रुपए का राजस्व वसूल किया गया था।
रिटर्न जमा कराने आज अंतिम दिन
वित्तीय वर्ष 2018-19 के आयकर रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। इसके बाद करदाताओं को मौका नहीं दिया जाएगा। चार्टर्ड एकांउटेट चेतन तारवानी ने बताया कि 2018-19 का रिटर्न 31 मार्च 2020 तक जमा कराया जाना था। इसे बढ़ाकर 30 जून, फिर 30 सितंबर और अब 30 नवंबर किया गया है। निर्धारित अवधि के बाद भी रिटर्न जमा नहीं कराने और जानकारी छिपाने पर जुर्माना और जेल की सजा हो सकती है।