यह है पूरा मामला
बीरगांव रायपुर निवासी पीयूष कुमार देवांगन ने आरोपियों की शिकायत 7 मई 2020 को की थी। पीडि़त ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से उसने सोनू कुमार नाम के व्यक्ति से संपर्क किया था। सोनू ने मुद्रा लोन दिलाने का दावा किया था। आरोपी ने ऑनलाइन लोन दिलाने का एग्रीमेंट भेजा और चार्ज के नाम पर 7 किश्तों पर 1 लाख 45 हजार 700 रुपए अपने पास ट्रांसफर करा लिए। तय समय पर आरोपी ने लोन नहीं दिलाया तो पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत उरला पुलिस को कर दी। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने जांच की और आरोपियों की घेराबंदी कर बुलंदशहर से पकड़ा। आरोपियों से अन्य ठगी के बारे में पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।
इन कंपनियों से लोन दिलाने का देते थे झांसा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, आरोपी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस, मुद्रा लोन, इंडिया बुल्स गणेश फाइनेंस, लक्ष्मी फाइनेंस, गणपति फाइनेंस, उज्जीवन फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस एवं साईराम फाइनेंस से लोन दिलाने का दावा करते थे। आरोपियों ने बीमा एवं फाइनेंस कंपनियों के नाम से लाखों रुपए के स्टाम्प बनाकर भी रखे थे।
सोशल मीडिया में फैलाया था मायाजाल
आरोपियों ने भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फसाने के लिए सोशल मीडिया में पूरा मायाजाल बना रखा था। आरोपी ने फेसबुक, यू-टयूब और गूगल जैसी सोशल साइट्स पर अपना विज्ञापन देते थे। विज्ञापन से लिंक को कनेक्ट करते थे। जैसे ही सोशल मीडिया में कोई शख्स विज्ञापन को क्लिक करता, तो ठगों तक लिंक के माध्यम से उसका मोबाइल नंबर पहुंच जाता था। मोबाइल नंबर मिलने के बाद आरोपी विज्ञापन को क्लिक करने वाले शख्स को फोन करते थे और उसे अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को रायपुर एसएसपी अजय यादव ने 20 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है।