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बड़ी खबर : छत्तीसगढ़ में भी खुल सकते हैं स्कूल

locationरायपुरPublished: Sep 09, 2020 05:38:34 pm

Submitted by:

ramendra singh

9वीं से 12वीं तक के स्कूल को लेकर राज्य सरकार जल्द करेगी फैसला

बड़ी खबर : छत्तीसगढ़ में भी खुल सकते हैं स्कूल

बड़ी खबर : छत्तीसगढ़ में भी खुल सकते हैं स्कूल

रायपुर . छत्तीसगढ़ में भी 9वी से 12वीं तक स्कूल केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक 21 सितम्बर से खुल सकते हैं। राज्य सरकार ने इस बारे में मंथन कर रही है। केंद्र सरकार से मिली हरी झंडी के बाद अब राज्य सरकार इस मामले में शीर्ष अधिकारियों के साथ जल्द बैठक करेगी, जिसमें इस बात का निर्णय किया जाएगा कि क्या 21 सितंबर से प्रदेश में भी स्कूलों को खोल दिया जाये ? या फिर उसे 30 सितंबर तक के लिए बंद ही रखा जाये। केन्द्र सरकार ने 30 सितंबर तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है परंतु 21 सितंबर से 50 प्रतिशत शिक्षकों को स्कूल बुलाने के अनुमति दी है और कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को उनके अभिभावकों की लिखित सहमति प्राप्त होने पर स्वेच्छा से स्कूल आकर शिक्षकों से शंका समाधान कराने की अनुमति देने का अधिकार राज्यों को दिया है।

गाइडलाइन : पेरेंट्स की लिखित अनुमति जरूरी
कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी की गई हैं। नए एसओपी के अनुसार, स्टूडेंट्स अपने शिक्षकों से मार्गदर्शन ले सकते हैं। लेकिन ये उनकी स्वेच्छा पर है यानी अगर वे जाना चाहते हैं, तभी जाएं, उनपर स्कूल जाने का कोई दबाव नहीं है। इसके लिए पेरेंट्स की लिखित अनुमति जरूरी होगी। कोरोना वायरस महामारी की वजह से बंद हुए स्कूलों को आंशिक तौर पर खोले जाने को लेकर केंद्र सरकार ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसेजर जारी कर दिया है। 21 सितंबर से कक्षा नौवीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए शर्तों के साथ स्कूलों को खोले जाने की इजाजत दी जा चुकी है। हालांकि, यह स्वैच्छिक होगा यानी छात्रों के ऊपर होगा कि वह स्कूल जाना चाहते हैं या नहीं।

प्रत्येक छात्रों के बीच छह फीट की दूरी अनिवार्य
लैब से लेकर क्लासेज तक के छात्रों के बैठने की ऐसी व्यवस्था करनी होगी कि उनके बीच कम से कम 6 फीट की दूरी को बरकरार रखा जाए। मास्क जरूरी होगा। छात्रों के इक_ा होने यानी असेंबली और खेलकूद से जुड़ी गतिविधियों की मनाही होगी क्योंकि इससे संक्रमण के फैलने का जोखिम होगा। स्कूलों में स्टेट हेल्पलाइन नंबरों के अलावा स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के नंबर भी डिस्प्ले होंगे ताकि किसी इमर्जेंसी की स्थिति में उनसे संपर्क किया जा सके। कंटेनमेंट जोन्स में रहने वाले टीचर या कर्मचारियों को स्कूल जाने की इजाजत नहीं है।

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