रायपुरPublished: Nov 08, 2022 02:04:21 pm
Sakshi Dewangan
तीन दिवसीय सर्वेक्षण के दौरान पक्षी विशेषज्ञ कांगेर घाटी के अलग-अलग पक्षी रहवासों का निरीक्षण कर यहां पाए जाने वाली पक्षियों का सर्वेक्षण करेंगे। इस सर्वेक्षण से राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन में सहायता के साथ तथा ईको-टूरिज्म में बर्ड वॉचिंग को नए आयाम मिलेंगे।
छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पहली बार 25 से 27 नवंबर तक पक्षियों का सर्वेक्षण होगा। यह सर्वेक्षण बर्ड कॉउंट इंडिया एवं बडर्स एंड वाइल्ड लाइफ ऑफ छत्तीसगढ़ के सहयोग से किया जाएगा। इसमें देशभर के 11 राज्यों के 56 पक्षी विशेषज्ञ शामिल होंगे। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक धम्मशील गणविर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पहली बार कांगेर घाटी पक्षी सर्वेक्षण का कार्य किया जाएगा। इसमें छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, गुजरात, केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, राजस्थान से प्रतिभागी शामिल होंगे। तीन दिवसीय सर्वेक्षण के दौरान पक्षी विशेषज्ञ कांगेर घाटी के अलग-अलग पक्षी रहवासों का निरीक्षण कर यहां पाए जाने वाली पक्षियों का सर्वेक्षण करेंगे। इस सर्वेक्षण से राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन में सहायता के साथ तथा ईको-टूरिज्म में बर्ड वॉचिंग को नए आयाम मिलेंगे।
सैकड़ों प्रजाति के पक्षी
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में जैव विविधता का एक अनोखा खजाना है। यह अपने प्राकृतिक सौंदर्य, जैव विविधता, रोमांचक गुफाओं के लिए देश-विदेश में विख्यात है। यहां भारत के पश्चिमी घाट एवं पूर्वी हिमालय में पाए जाने वाले पक्षी भी पाए जाते है। बता दें कि देश के विभिन्न परिदृश्यों में पाए जाने वाले पक्षियों का कांगेर घाटी से संबंध एवं उनके रहवास को समझने का प्रयास समय-समय पर विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है।