सरकार अपने कानून के रखवाले पुलिस जवानों की हिफाजत तक नहीं कर पा रही है। कोरबा में शराबियों द्वारा पुलिस टीम पर हमला और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के गौरेला थाने में पदस्थ एसआई पर तलवार से हुए हमले का उदाहरण देकर कहा कि कानून-व्यवस्था के बिगड़े हालात का इससे अधिक शर्मनाक मामला और नहीं हो सकता है।
धरने पर बैठे 1 लाख शिक्षक, जिम्मेदार कौन? कौशिक
वहीँ नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश में एक साथ 1 लाख शिक्षकों ने धरने पर जाने का ऐलान कर दिया है, इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में किसी भी वर्ग की चिंता प्रदेश की कांग्रेस सरकार नहीं कर रही है। किसान धान बेचने के लिए भटक रहे हैं तो कर्मचारी वादा पूरा नहीं होने पर धरना देने पर मजबूर हैं। कांग्रेस सरकार केवल खुद की चिंता कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षक जब धरने पर चले जाएंगे तो शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाएगी और इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? सहायक शिक्षकों के कई मुद्दे है जिनको पूरा करने की दिशा में प्रदेश की कांग्रेस सरकार अभी तक कोई पहल नहीं कर रही है। जिसके कारण ही अलग-अलग शिक्षा संगठन के शिक्षक मिलकर एक साथ राज्यव्यापी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने वाले है।