पंडरी तराई निवासी सोमनाथ बत्रा ने पुलिस को बताया कि बंजारी चौक के पास उनके परिवार की 3800 स्क्वायर फीट जमीन है। यह जमीन भारत सरकार द्वारा शिकायतकर्ता के परिजनों को दी गई थी। उन्होंने जमीन किराए पर दे रखा था। 2019 में पीडि़त परिवार को पता चला कि उनके किराएदार भोजराम ने जमीन के फर्जी दस्तावेज आरोपी ललित कुमार अग्रवाल और अन्य 9 लोगों के साथ मिलकर बनाए और जमीन के टुकड़े आपस में बांट लिए। जमीन को दस्तावेजों में आरोपियों ने खरीदना दिखाया और उसका निगम में टैक्स भी देने लगे।
जानकारी मिलने पर पीडि़त ने गोल बाजार पुलिस में शिकायत की तो मामलें में जांच करके केस दर्ज किया। केस दर्ज होने के बाद मामले में शामिल 10 आरोपियों ने जमानत करवा ली और ललित अग्रवाल फरार थे। गोल बाजार पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर रविवार की सुबह ललित कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी ललित कुमार अग्रवाल और उसके साथियों पर मई 2019 में केस दर्ज हुआ था। ठगी के इस मामले में 5 महिलाएं भी शामिल हैं। शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों ने विवेचना अधिकारियों को फटकार लगाई तो आनन-फानन में 2 दिन के अंदर आरोपी कारोबारी को गिरफ्तार करके अफसरों के सामने पेश किया गया।
थाने में आरोपी को वीआईपी ट्रीटमेंट
भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद थाना परिसर में कारोबारी और उनके रिश्तेदारों का हुजूम लग गया। कारोबारी विवेचना अधिकारी की कुर्सी के पास बैठ गया और उसके परिचित भी उसके आसपास बैठकर उससे चर्चा करते रहे। सुबह 10 बजे से कारोबारी के परिजन विवेचना अधिकारी के साथ घूमते रहे और दस्तावेजो की जांच विवेचना अधिकारी के साथ बैठकर करते रहे। थाना परिसर में कारोबारी और उसके समर्थक हंसी ठिठोली करते रह्वहे।
इस मामले में गोल बाजार थाना निरीक्षक बर्नाड कुजूर ने बताया कि पंडरी तराई निवासी सोमनाथ बत्रा की शिकायत पर आरोपी ललित कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। ललित कुमार अग्रवाल पर जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर हड़पने का आरोप है।