साथ ही पैरेंट्स से भी अपील करते हुए उन्हें बच्चों पर गैरजरूरी तनाव क्रिएट नहीं करने की सलाह दी। सभी ने अपनी पढ़ाई के दौर को याद किया और बताया कि पेपर के वक्त एक अनचाहा प्रेशर रहता है लेकिन अगर आप टाइम मैनेजमेंट और खुद पर यकीन करें तो पर्चे अच्छे जाएंगे, लिहाजा सारे टेंशन छोड़ डेडिकेशन के साथ पढ़ाई करें, मनचाहे माक्र्स मिलेंगे।
सीए ब्रांच रायपुर के एक्स चेयरमैन सीए सीपी भाटिया ने बोर्ड परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को मोटिवेट करते हुए उन्हें रिलैक्स रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, वे बोलते हैं लेकिन कर नहीं पाएंगे और नुकसान तो आपका हो चुका होगा। दूसरी बात ये कि जिस समय आप परीक्षा हॉल में जाएंगे, तब तक पता होना चाहिए आप कहां बैठते हैं।
हॉल टिकट रखा कि नहीं। ये छोटी मगर मोटी बाते हैं। जिस तरह ज्यादा खाने से बदहजमी होती है ठीक वैसे ही बहुत ज्यादा पढऩा भी माइंड के लिए अच्छा नहीं। पढ़ाई के बीच म्यूजिक सुनना या दोस्तों से बात करना चाहिए।
अ ब तक जो भी आपने पढ़ा, रिलेक्स होकर गैप में उसे रिवीजन करें। कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए अपने फ्रेंड सर्किल में किसी को भी कॉल करें। उससे अपने दो टॉपिक पर डिस्कस करें। आपका फ्रेंड भी इसी तरह किसी दो टॉपिक पर चर्चा करेगा। इस तरह आप दोनों के चार टॉपिक का रिवीजन हो जाएगा।
परीक्षा के एक दिन पहले जब आप बुक उठाते होंगे तो लगता होगा कि मुझे कुछ भी याद नहीं है। गैप के दौरान आप कैलेंडर के पीछे छोटे-छोटे नोट्स बना लें, जिससे कि बुक कवर हो जाए। पेपर देने के एक दिन पहले इसी नोट्स को जब आप पढ़ेंगे तो ऐसा लगेगा जैसे पूरे टॉपिक को पढ़ लिया।