बता दें पटना में नरेंद्र मोदी की सभा में किए गये ब्लास्ट मामले में कोर्ट ने कुल 9 आतंकियों (Terrorists) को दोषी ठहराया है। इनमें से 2 आतंकी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रहने वाले हैं। मामले में 10 में से 9 आरोपियों को दोषी ठहराया गया है। जबकि एक आरोपी को कोर्ट ने सबूत के अभाव में बरी कर दिया है। मामले में 8 साल बाद फैसला आया है। जल्द ही दोषियों को सजा का ऐलान होगा।
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बताया जाता है बिहार की राजधानी पटना में नरेन्द्र मोदी की सभा में किए गए सीरियल ब्लास्ट (Serial Blasts) में सिलसिलेवार तरीके से धमाके किये गए थे जिसमे 7 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 90 लोग घायल हो गए थे। इस मामले की जांच एनआईए ने की थी। बोधगया में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के आरोपियों में शामिल रायपुर के उमेर सिद्दकी और अजरूद्दीन को भी सजा हुई है।
उमेर सिद्दकी और अजरूद्दीन की अहम् भूमिका
बिहार में हुए ब्लास्ट (Bomb Blast in Narendra Modi Rally Patna Gandhi Maidan) में उमेर सिद्दकी और अजरूद्दीन की भूमिका अहम बताई जाती है। उमेर छत्तीसगढ़ में इस्लामिक स्टूडेंट मूवमेंट ऑफ इंडिया(सिमी) के स्लीपर सेल का प्रमुख था। और रायपुर में ऑटो चालक बनकर इसका प्रसार कर रहा था। अजरूद्दीन भी इसमें शामिल था। उमेर पूरा काम इतनी गोपनीय ढंग से कर रहा था कि किसी को भनक तक नहीं लगी। दूसरे राज्यों से आने वाले लीडरों की रायपुर में मीटिंग की व्यवस्था उमेर ही करता था। बोधगया सीरियल ब्लास्ट का टारगेट तत्कालीन एनडीए उम्मीदवार और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे और इसकी पूरी प्लानिंग रायपुर में उमेर के नेतृत्व में हुई थी।