विजेंदर ले रहे स्पेशल ट्रेनिंग
विजेंदर भी सुले के मंसूबों में पूरी तरह पानी फेरने पर आमादा नजर आ रहे है। उनसे भिडऩे के लिए वे लंदन में स्पेशल ट्रेनिंग ले रहे हैं। एलयासु ने कहा कि मेरे लिए तनाव जैसी कोई बात नहीं है। एक स्पोर्ट्स पर्सन हमेशा किसी भी सिचुएशन के लिए तैयार रहता है। मुझे पुरा यकीन है कि मैं अपना लक्ष्य जरूर हासिल कर लूंगा।
इसलिए रायपुर को चुना गया
2008 के बीजिंग ओलंपिक में देश के लिए कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर ने बताया, मुक्केबाजी को हम देश के विभिन्न कोने में प्रमोट करना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ में भी टैलेंट की भरमार है। जब मैं यहां के मुख्यमंत्री से मिला था तो बातचीत में इसलिए हमने रायपुर को चुना। इससे पहले भी मैं रायपुर आ चुका हूं। पहली बार 2009 में आया था।
कई बार सचिन जीरो पर आउट हुए
एक सवाल पर विजेंदर ने कहा, किसी भी खिलाड़ी का परफॉर्मेंस एक जैसा नहीं होता। जरूरी नहीं कि सफलता लगातार मिलती रहे। आप सचिन तेंदुलकर को ही देख लीजिए। कई बार वे सेेंचूरी से एक रन से चूके हैं तो कभी जीरो पर आउट हुए हैं। मालूम हो कि वर्ष 2015 में पेशेवर मुक्केबाज बने विजेंदर सिंह ने 8 नॉकआउट सहित 12 मुकाबले जीते हैं, एक मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। मालूम हो कि विजेंदर को कांग्रेस ने दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से मौका दिया था लेकिन वे भाजपा के रमेश बिधूड़ी से हार गए थे। गौरतलब है कि विजेंदर ने 8 जून को मुख्यमंत्री से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में बॉक्सिंग के खेल को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया था और उनसे छत्तीसगढ़ में प्रोफेशनल बॉक्सिंग इवेंट कराने का आग्रह किया था, जिस पर मुख्यमंत्री ने सहमति दी थी।