गुरूवार को शहर के जोधापुर स्थित प्री और पोस्ट मैट्रिक शासकीय अनुसूचित जाति बालक छात्रावास के छात्रों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर अधीक्षक को हटाने की मांग की। छात्रों का कहना है कि अधीक्षक का दुव्र्यवहार अब बर्दाश्त से बाहर हो गया है। हम सब गरीब बच्चे हैं, जो पढऩे के लिए यहां आए हैं, लेकिन यहां उनसे से कभी तम्बाकू मंगाई जाती है तो कभी पाउच गुटखा लेने के लिए दुकान भेजा जाता है। और तो और अब तो चावल लेने के लिए सोसाइटी तक जाना पड़ रहा है।
छात्रों ने आगे बताया कि बेगारी करने से जब मना किया जाता है, तो उन्हें प्रताडि़त होना पड़ता है। प्रदर्शनकारियों में छात्रसंघ के अध्यक्ष धनीराम मरकाम, खिलेश खुटे, कानसिंग वट्टी, अजय गायकवाड़, धनंजय बघेल, होमेन्द्र देशलहरे, भूपेश जांगड़े, विक्रांत उइके, कीर्तन मंडावी, अजय दिली, अश्वनी कुंजाम आदि शामिल थे।
नगरी के छात्र भी पहुंचे इधर, प्रताडऩा की शिकायत लेकर वनांचल क्षेत्र के छात्र भी कलक्ट्रेट पहुंचे थे। शासकीय पोस्ट मैट्रिक अजजा बालक छात्रावास छिपली के कक्षा 11वीं के छात्र मोहन ओटी, विजय कुमार आदि ने बताया कि 50 सीटर वाले इस छात्रावास में रैगिंग से सभी जूनियर परेशान है। अधीक्षक से इसकी कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
डिप्टी कलेक्टर योगिता देवांगन ने कहा कि छात्रावास में प्रताडऩा की शिकायत लेकर जोधापुर और नगरी छात्रावास के छात्र पहुंचे थे। उनकी बातों को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।
हॉस्टल अधीक्षक पीयूष कुमार ने कहा कि छात्रों ने उन पर जो प्रताडऩा का आरोप लगाया है, वह बेबुनियाद है। वे किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार है।