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पढ़िए इन बहादुर बच्चों की हैरतंगेज किस्से, जिन्होंने जान पर खेलकर बचाई कई जिंदगियां

locationरायपुरPublished: Jan 22, 2020 04:39:54 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

अपनी बहादुरी से दूसरों की जान बचाने वाले नन्हे जाबांजों को इस साल पुलिस परेड ग्राउंड में गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को राज्यपाल अनुसुईया उइके राज्य वीरता पुरस्कार से सम्मानित करेंगी।

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रायपुर. अपनी बहादुरी से दूसरों की जान बचाने वाले नन्हे जाबांजों को इस साल पुलिस परेड ग्राउंड में गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को राज्यपाल अनुसुईया उइके राज्य वीरता पुरस्कार से सम्मानित करेंगी। बृजमोहन अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित राज्य वीरता पुरस्कार जूरी समिति की बैठक में चार बहादुर बच्चों का चयन राज्य वीरता पुरस्कार 2019-20 के लिए किया गया।
राज्य स्तरीय मुख्य समारोह में बच्चों को नकद 15 हज़ार पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र व मैडल से सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार के लिए चयनित बच्चों में धमतरी निवासी कुमारी अंशिका साहु (6 वर्ष), रायपुर बंजारी चौक कुमारी अनन्या चौहान (1३ वर्ष), राजिम के चौबेबांध निवासी राहुल पटेल (12 वर्ष), रायगढ़ के सरिया निवासी प्रमोद बारीक 15 साल शामिल हैं।

6 साल की बहन ने बचाई जान
17 जनवरी 2018 को धमतरी के संबलपुर निवासी 12 वर्षीय बड़ी बहन आकांक्षा खेलते हुए एक निर्माणाधीन भवन के बाहर लगे बिजली मीटर के खुले तार से चिपक गई थी। यह देखकर 6 वर्षीय अंशिका साहू ने बिना समय गंवाए अपनी सूझबूझ से पहने हुए प्लास्टिक के चप्पल से अपनी बहन के चिपके हुए हाथों को जोर-जोर से मारने लगी।

तब अचानक करंट से चिपकी हुई आकांक्षा एक झटके में करंट से अलग हो गई और उसकी जान बच गई। स्कूल की प्रधान पाठिका को घटना की जानकारी होने पर उनके द्वारा अंशिका से इस संबंध में पूछताछ की गई और उसके साहसी कार्य की प्रशंसा की गई। स्कूल के अन्य स्टॉफ,ग्रामीणों द्वारा अंशिका के साहस और त्वरित निर्णय क्षमता को सराहते हुए प्रशंसा की गई।

घायल अवस्था में पहुंची थाने तक
राजधानी की बंजारी चौक निवासी 13 वर्षीय कुमारी अनन्या चौहान की चचेरी बहन अनिकृति एवं रिया साहू के साथ बीत साल 17 मार्च को सुपेला होली मिलन समारोह में गई थी। दोपहिया वाहन से लौटते समय पशु के अचानक सामने आने के कारण वाहन अनियंत्रित हो जाने के कारण तीनों वाहन से गिर कर घायल हो गए। सिर पर चोट आने कारण अनिकृति और रिया घटना स्थल पर ही बेहोश हो गए।

अनन्या को भी हाथ एवं पैर में चोट लगने के बावजूद वह राहगीरों की मदद से खुर्सीपार पुलिस थाने पहुंचकर दुर्घटना की जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों द्वारा अनिकृति और रिया को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। इस साहसिक कार्य के लिए राष्ट्रीय व राज्य वीरता पुरस्कार प्रदान करने की अनुशंसा की।

दो साल के बच्चे को बचाया
ग्राम चौबेबांधा के निवासी पीलूराम यादव का दो वर्षीय पुत्र दानेश्वर यादव खेलते हुए गांव के शीतला तालाब पहुंच गया। तालाब की गहराई 15 से 20 फीट है। बालक तालाब में लगभग 10 फीट दूर पानी में चला गया और डूबने लगा। तालाब के दूसरी ओर रंगमंच बना हुआ है, जिसमें गांव का ही बालक राहुल पटेल खेल रहा था। राहुल का ध्यान अचानक तालाब की ओर गया।

उसने देखा कि तालाब में कोई छोटा बालक डूब रहा है उसे स्थिति की गंभीरता को वह तुरन्त भांप कर लगभग 150 मीटर की दूरी से दोड़ते हुए आकर अपनी जान की परवाह किये बगैर तालाब में छलांग लगा दी। राहुल को तैरना आता है और वह डूबते हुए बालक दानेश्वर यादव को खींचकर तैरता हुए तालाब के किनारे पहुंच गया और दानेश्वर की जान बच गई।

डूबती बच्ची को सुरक्षित निकाला
कुमारी भारती भोय अपनी एक सहेली के साथ दोपहर करीब 2 बजे गांव के ही तालाब की ओर गयी थी। वर्षा ऋतु होने के कारण तालाब में पानी भरा हुआ था। बालिका भारती भोय पानी लेते समय पैर फिसल जाने के कारण गहरे पानी में गिरकर डूबने लगी। जिसे देखकर भारती की माता अनुपमा ने मदद के लिए गुहार लगाई। पास के ही मैदान में ग्राम के निवासी 15 वर्षीय पुत्र प्रमोद बारीक ने तालाब में कूद गया और डूबती हुई बालिका भारती को खींच कर बाहर निकाल कर उसकी जान बचाई।

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