आपात सेवाएं हो रही बाधित
हड़ताल से संजीवनी कर्मियों, कंपनी और शासन के बीच आम जनता को पिसना पड़ रहा है। पिछले 24 दिनों से कर्मियों की हड़ताल के बाद से आपात चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। हड़ताल के दौरान रायपुर में बिहार से आए ढाई माह के बच्चे की मौत हो चुकी है। इस पर कंपनी का कहना है कि उनकी ओर से सेवाओं में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही है। उनकी ओर से 16 जुलाई से 7 अगस्त रात 12 बजे तक 108 संजीवनी से 13575 व 102 महतारी से 20955 कॉल्स पर मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया।धीरे-धीरे हो रही बर्खास्तगी
कंपनी की ओर से कई बार कर्मियों को अल्टीमेटम दिया गया, जिसके बाद पहली कार्रवाई में 65 कर्मियों की बर्खास्तगी के बाद 4 अगस्त तक वापस लौटने का अल्टीमेटम दिया था, जिसके बाद सभी कर्मियों की बर्खास्तगी आज से शुरू कर दी गई है।बर्खास्तगी के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका
हमारी ओर से बर्खास्तगी के खिलाफ हाईकोर्ट में स्टे के लिए याचिका दायर की गई है। हमारी मांगें जब तक पूरी नहीं होती, विरोध जारी रहेगा। बर्खास्तगी कर कंपनी कर्मियों को डराने का प्रयास कर रही है।