सोशल मीडिया से प्रेम चढ़ा परवान
रोहित ने पत्रिका को बताया कि कोमल से उसकी पहली मुलाकात वर्ष 2012 में फेसबुक के जरिए तब हुई थी, जब वह ग्वालियर के बीएसएफ अकादमी में पदस्थ था। एक समय ऐसा भी आया, जब वह कोमल से मिलने के लिए रायपुर तक आया। रोहित ने बताया कि उसने अपने परिजनों को नाराज कर आर्य समाज मंदिर में कोमल से विवाह कर लिया। रोहित के मुताबिक शादी के बाद वह अपनी पत्नी को मिजोरम और त्रिपुरा ले गया, लेकिन उसकी पत्नी विवाद खड़ा करती रही और साथ रहने को तैयार नहीं हुई।
कानूनी लड़ाई लड़ती रहूंगी
मेरे पति ने मेरे और मेरे परिवार वालों के खिलाफ तो मामला दर्ज करवाया ही है, विवाह शून्य करने के लिए भी अदालत का दरवाजा खटखटाया है, लेकिन मैं हिम्मत नहीं हारने वाली हूं। मैं आखिरी दम तक कानूनी लड़ाई लड़ते रहूंगी।
कोमल सिंग
मेरी पत्नी नहीं थीं कोमल
कोमल कभी भी मेरी पत्नी नहीं थीं। वह मेरी दोस्त जरूर थीं और जहां तक मेरी जानकारी है, वह एक असिस्टेंट कमांडेंट से विवाह रचाकर त्रिपुरा चली गई थीं, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं जानता।
छविन्द्र कर्मा, कांग्रेस नेता
एक नंबर का झूठा है रोहित
रोहित सिंग एक नंबर का झूठा है। जब वह मेरी बेटी से शादी कर रहा था, तभी उसे छविन्द्र कर्मा और कोमल के साथ घटित घटना की जानकारी दे दी गई थी। मेरी बेटी ने कभी भी छविन्द्र कर्मा के साथ शादी नहीं की थी। रोहित ने त्रिपुरा में अपनी पदस्थापना के दौरान मेरी बेटी को जान से मारने की कोशिश की थी। उस पर गोलियां चलाई थीं। जब बेटी ने उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई, तो वह बचाव में अनाप-शनाप आरोप लगा रहा है। सच्चाई यह है कि रोहित हमसे 50 लाख की मांग कर रहा है।
सुनीता सिंह, कोमल की मां