वहीं केंद्र सरकार की एनआरएलएम योजना के जरिए स्वावलंबन के सपने को साकार करती हुई आर्थिक रूप से समृद्ध भी हो रही हैं। जय जगत जननी महिला समूह की ममता साहू, रजनी पटेल का कहना है कि बिहान योजना ने महिलाओं को आर्थिक संबल प्रदान कर रही है। अब महिलाओं को सेठ साहूकारों के पास जाकर हाथ फैलाना नहीं पड़ता। जिले के चारों ब्लाक में कुरूद, मगरलोड, नगरी, धमतरी ब्लाक के हर गांव और वार्डों में महिला समूह का गठन किया गया है। आज 87 सौ समूह में करीब 1.30 लाख से ज्यादा महिलाएं अपनी समूह से जरूरत के मुताबिक 10 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक ऋण लेकर स्वरोजगार से जुड़ रही है।
बताया गया है कि महिला समूह की सदस्य यह ऋण आपस में महज 2 से 3 फीसदी ब्याज दर में देते हैं, जिस कारण राज्य व केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जुड़कर महिलाएं अपना भविष्य संवार रही हैं। रोजगारमूलक गतिविधियों से जुड़कर महिलाओं के जीवन में नया बिहान आया है। ब्याज के रूप में होने वाली आय को लेकर समूह की महिलाओं ने बताया कि इस आमदनी से घर के खर्च में वे बराबर का सहयोग कर रही है। महिलाओं ने बताया कि आत्मनिर्भर होने से खुशी मिलती है। परिवार एवं समाज में भी हमारा सम्मान बढ़ गया है। पूरे आत्मविश्वास के साथ समूह की महिलाएं अपने कार्य में लगन से जुटी हुई है।
बिहान योजना के तहत जिले में 8 हजार से ज्यादा महिला स्व-समूह का गठन किया गया है। सालाना इन्हें एक निश्चित ऋण बैंकों से उपलब्ध कराया जाता है। इस राशि को आपस में ऋण लेकर स्वरोजगार से जुड़ रहे हैं। 0 जे. वर्मा, डीपीएम बिहान