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बिहान ने बदली किस्मत: महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर, समूह को 59 करोड़ का ऋण वितरण किया गया

locationरायपुरPublished: Aug 06, 2022 02:11:50 pm

Submitted by:

Sakshi Dewangan

सालभर में महिला समूह को 59 करोड़ ऋण वितरण किया गया। इससे समूह की महिलाएं ग्रुप से ऋण लेकर छोटे-छोटे दुकानें संचालित कर रही है।

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धमतरी. केंद्र व राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन का अब ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक असर दिखाई देने लगा है। खासकर महिलाएं इस दिशा में कुछ ज्यादा ही गंभीरता के साथ योजनाओं का लाभ उठा रही हैं। धमतरी जिले में सालभर में महिला समूह को 59 करोड़ ऋण वितरण किया गया। इससे समूह की महिलाएं ग्रुप से ऋण लेकर छोटे-छोटे दुकानें संचालित कर रही है।

उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में सभी क्षेत्र में कामकाज प्रभावित हुआ। कई लोगों का प्राइवेट जॉब भी छूट गया। ऐसे समय में गांवों में बिहान योजना ने संबल प्रदान किया। जिला पंचायत सूत्रों के मुताबिक बिहान योजना के तहत धमतरी जिले में 87 सौ के करीब महिला स्व-सहायता समूह गठित है। प्रत्येक समूह में 10 से लेकर 15 महिलाएं जुड़ी हुई है। शासन की ओर से इन्हें स्वालंबी बनने के लिए सालाना 50 हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक ऋण उपलब्ध कराती हैं, जिसे समूह की महिलाएं आपस में ही ऋण लेकर छोटे-छोटे रोजगार से जुड़कर परिवार की आर्थिक मजबूती में सहायक बन रही है। बिहान योजना के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल के बाद शासन की योजनाओं के लाभ उठाने में महिलाओं ने जहां गंभीरता दिखाई है, वहीं अब महिला स्वावलंबन की चमकदार तस्वीर भी दिखाई देने लगी है। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा व बाडी योजना से महिलाएं स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।

वहीं केंद्र सरकार की एनआरएलएम योजना के जरिए स्वावलंबन के सपने को साकार करती हुई आर्थिक रूप से समृद्ध भी हो रही हैं। जय जगत जननी महिला समूह की ममता साहू, रजनी पटेल का कहना है कि बिहान योजना ने महिलाओं को आर्थिक संबल प्रदान कर रही है। अब महिलाओं को सेठ साहूकारों के पास जाकर हाथ फैलाना नहीं पड़ता। जिले के चारों ब्लाक में कुरूद, मगरलोड, नगरी, धमतरी ब्लाक के हर गांव और वार्डों में महिला समूह का गठन किया गया है। आज 87 सौ समूह में करीब 1.30 लाख से ज्यादा महिलाएं अपनी समूह से जरूरत के मुताबिक 10 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक ऋण लेकर स्वरोजगार से जुड़ रही है।

बताया गया है कि महिला समूह की सदस्य यह ऋण आपस में महज 2 से 3 फीसदी ब्याज दर में देते हैं, जिस कारण राज्य व केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जुड़कर महिलाएं अपना भविष्य संवार रही हैं। रोजगारमूलक गतिविधियों से जुड़कर महिलाओं के जीवन में नया बिहान आया है। ब्याज के रूप में होने वाली आय को लेकर समूह की महिलाओं ने बताया कि इस आमदनी से घर के खर्च में वे बराबर का सहयोग कर रही है। महिलाओं ने बताया कि आत्मनिर्भर होने से खुशी मिलती है। परिवार एवं समाज में भी हमारा सम्मान बढ़ गया है। पूरे आत्मविश्वास के साथ समूह की महिलाएं अपने कार्य में लगन से जुटी हुई है।

बिहान योजना के तहत जिले में 8 हजार से ज्यादा महिला स्व-समूह का गठन किया गया है। सालाना इन्हें एक निश्चित ऋण बैंकों से उपलब्ध कराया जाता है। इस राशि को आपस में ऋण लेकर स्वरोजगार से जुड़ रहे हैं। 0 जे. वर्मा, डीपीएम बिहान

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