script108 दीपों से महाआरती कर कल्याणक महोत्सव मनाया | Celebrated Mahaarti Kar Kalyanak Festival with 108 lamps | Patrika News

108 दीपों से महाआरती कर कल्याणक महोत्सव मनाया

locationरायपुरPublished: Jan 13, 2021 07:26:17 pm

Submitted by:

VIKAS MISHRA

जिनालय और दादाबाड़ी देवेंद्रनगर भक्तिमय हुए

108 दीपों से महाआरती कर कल्याणक महोत्सव मनाया

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रायपुर. शीतलनाथ जिनालय एवं दादाबाड़ी देवेंद्र नगर में स्नात्र पूजन और 108 दीपों से महाआरती कर शीतल नाथ भगवान का कैवल्यज्ञान कल्याणक महोत्सव भक्तिभाव से मनाया। सुबह से पूजन में श्रद्धालु शामिल हुए। गुणानुवाद कर भगवान का पंचकल्याणक पूजन किया।
ट्रस्ट मंडल के प्रबंधक ट्रस्टी सीए विजय मालू एवं ट्रस्टी रमेश पारख,सुभाषचंद कोठारी, रवि डोसी एवं पदम डाकलिया ने बताया कि इस अवसर पर शीतलनाथ जिनालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। सुबह 7.30 बजे स्नात्र पूजा और आरती कर सुबह 9 से 11.30 बजे भगवान आदिनाथ पंचकल्याणक महापूजन संपन्न किया। शाम 7.30 बजे 108 दीपों से भव्य आरती की गई। महोत्सव में प्रवर्तनी शशिप्रभा श्रीजी की सुशिष्या सम्यकदर्शना श्रीजी की निश्रा प्राप्त हुई। महापूजन खरतरगच्छ युवा परिषद रायपुर शाखा के द्वारा पढ़ाया गया। जिसमें मुख्य रूप से सुरेश भंसाली, सचिन पारख, विनय भंसाली,पारस पारख, जिनेश गोलछा ने पूजा पढ़ाई।
तीर्थंकरों को प्राप्त था कैवल्य ज्ञान
प्रबंधक ट्रस्टी सीए विजय मालू ने बताया कि विवेक उत्पन्न होने पर दुख-सुख,अहंकार, प्रारब्ध, कर्म और संस्कार के लोप हो जाने से आत्मा के चितस्वरूप होकर आवागमन से मुक्त हो जाने की स्थिति को कैवल्य कहते हैं। सभी जैन तीथंकरो को कैवल्यज्ञान प्राप्त था। पंचकल्याणक जैन ग्रन्थों के अनुसार सभी तीर्थंकरों के जीवन में घटित होते हंै।

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