50 फीसदी सीटें छत्तीसगढ़वासियों के लिए
23 जून 2015 को शुभारंभ के बाद जुलाई 2015 में संस्थान का नया शिक्षा सत्र शुरू हुआ। इसमें 28 छात्रों को इंजीनियरिंग की दो शाखाओं कम्प्यूटर विज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में जेईई मेंस परीक्षा के रेंक के आधार पर प्रवेश दिया गया। वर्ष 2016 के सत्र से पी-एच.डी. डिग्री और पांच वर्षीय बी.टेक-एम.टेक एकीकृत पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया तथा बी.टेक कार्यक्रम की प्रवेश क्षमता 80 से बढ़ाकर 120 की गई। इनमें से 50 प्रतिशत सीटें छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों के लिए आरक्षित हैं।