उन्होंने कहा, केंद्र सरकार अगर समय रहते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आए लोगों को क्वारंटाइन कर जांच करती और राज्यों को ऐसे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सूची भेजकर रोकने को कहती तो देश को लॉकडाउन का सामना नहीं करना पड़ता।
मुख्यमंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ में हमने सबसे पहले यही किया। विदेश से आए लोगों की जांच की। उन्हें क्वारंटाइन में रखा। 18 मार्च को पहला केस सामने आया। उसके बाद उन इलाकों को लॉकडाउन किया गया। राज्य की सीमाएं सील कर दी गई।
जमात के जमावड़े को रोका क्यों नहीं
कोरोना संकट (Coronavirus) में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) की भूमिका से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, यह बीमारी चीन से निकलकर कई देशों से होते हुए यहां आई। वहां से आने वाले लोग किस धर्म संप्रदाय से हैं, इससे मतलब नहीं है। सभी को क्वारंटाइन करते। दिल्ली में ही जमात के जमावड़े पर समय रहते कार्रवाई कर देते तो इस तरह बीमारी नहीं फैलती।
कोरोना संकट (Coronavirus) में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) की भूमिका से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, यह बीमारी चीन से निकलकर कई देशों से होते हुए यहां आई। वहां से आने वाले लोग किस धर्म संप्रदाय से हैं, इससे मतलब नहीं है। सभी को क्वारंटाइन करते। दिल्ली में ही जमात के जमावड़े पर समय रहते कार्रवाई कर देते तो इस तरह बीमारी नहीं फैलती।