केंद्रीय जांच दल शनिवार को ही आना था, लेकिन किसी कारणवश नहीं पहुंच पाया। एपीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) ने बताया कि केंद्रीय जांच दाल रविवार को सुबह राजधानी पहुंचेगा, जो तत्काल सरगुजा जिला के लिए रवाना हो जाएगा, जहां उन्हें हाथियों की मौत की जांच का काम करना है।
हाथियों की मौत मामले में भाजपा के बयान पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने पलटवार करते हुए भाजपा में डॉक्टर रमन सिंह और धरमलाल कौशिक दो ही नेता बचे हैं, जो चर्चा में बने रहने के लिए इस तरह के बयान देते रहते हैं। भाजपा अपना कार्यकाल भूल गई है, जिसमें ताड़मेटला जैसे कांड हुए और कई लोगों की जान गई थी।
गणेश मरा नहीं, मारा गया है: नेता प्रतिपक्ष कौशिक
इधर, हाथियों की मौत पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि गणेश हाथी मरा नहीं है, उसे मारा गया है। वन विभाग पर गणेश हाथी की हत्या का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि गणेश हाथी की मौत का वन विभाग को पहले से पता था। कौशिक ने कहा कि गणेश हाथी को मारकर वन अमले ने बदला लिया है। नेता प्रतिपक्ष ने हाथी की हत्या पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के ट्रांसफर कर खानापूर्ति नहीं होनी चाहिए।