चुनावी साल होने की वजह से अनुमान है कि इस साल के बजट में आठ से दस प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। पिछली बार 1.04 लाख करोड़ का बजट पेश हुआ था। विधानसभा के सत्र की शुरुआत 1 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। इसके बाद कृतज्ञता प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इस दौरान सरकार अपना तृतीय अनुपूरक बजट भी पेश कर सकती है।
जानकारों का कहना है कि सरकार 3 या 6 मार्च को अपना बजट पेश कर सकती है, क्योंकि इसके बाद होली त्योहार की वजह से छह दिन का अवकाश रहेगा। सत्र की अगली बैठक सीधे 13 मार्च को होगी। ऐसे में इसके बाद बजट पेश करने से थोड़ा विलंब हो जाएगा। बता दें कि पिछली बार बजट सत्र की शुरुआत 7 मार्च से हुई थी। मुख्यमंत्री ने 9 मार्च को अपना चौथा बजट पेश किया था।
आज से ऑनलाइन प्रश्न लगने की होगी शुरुआत
बजट सत्र के लिए विधायकों के ऑनलाइन प्रश्न लगाने का सिलसिला 7 मार्च से शुरू हो जाएगा। ऑफलाइन प्रश्न लगाने की शुरुआत 8 मार्च से होगी।
आरक्षण के मुद्दे पर गरमाएगा सदन
विधानसभा में आरक्षण के मुद्दे पर सदन गरमा सकता है। दरअसल, 2 दिसम्बर को विधानसभा से आरक्षण संशोधन विधेयक पारित हुआ था। इस पर अब तक राज्यपाल के हस्ताक्षर नहीं हो सके हैं। इसके लिए कांग्रेस-भाजपा दोनों एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। ऐसे में सदन में जमकर हंगामा होने के आसर नजर आ रहे हैं।
प्रश्नकाल के बाद पेश होगा पांचवां बजट
मुख्यमंत्री अपनी सरकार का पांचवां बजट पेश करेंगे। इसके बाद नवम्बर 2023 में विधानसभा का चुनाव होगा। पिछली बार प्रश्नकाल के बाद दोपहर 1 बजे बजट पेश हुआ था। माना जा रहा है कि इस बार भी प्रश्नकाल के बाद बजट पेश होगा। चुनावी वर्ष होने की वजह से इस बार आम जनता को कई सौगातें मिलने की उम्मीद है।
साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि भूपेश सरकार चुनावी साल को देखते हुए बजट सत्र में राज्य को सौगात दे सकती है। प्रदेश की जनता को भी बजट सत्र से काफी राहत की उम्मीद है। सरकार बजट में कई बड़ी घोषणाएं भी कर सकती है। ऐसे में इस बार के बजट पर हर वर्ग की नजरें रहेगी कि उन्हें क्या खास मिलने वाला है।