सरकार का अल्टीमेटम, तीन दिन में नहीं लौटे हड़ताली शिक्षाकर्मी तो जाएगी नौकरी
कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णयों के मुताबिक तेंदूपत्ता बोनस तिहार की शुरुआत 2 दिसम्बर से होगी जो कि 11 दिसम्बर तक चलेगा। इसके अंतर्गत प्रदेश के लगभग 14 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों को 270 करोड़ रुपए का बोनस वितरण किया जाएगा। तेंदूपत्ता बोनस तिहार की शुरुआत 2 दिसम्बर को बीजापुर से होगी। तेंदूपत्ता बोनस तिहार में जिला और विकासखंड मुख्यालयों में कुल 14 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें मुख्यमंत्री सहित संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री, वन मंत्री, आदिम जाति कल्याण मंत्री, सासंद उपस्थित रहेंगे।
सरकार द्वारा तय तिथि के तहत तेंदूपत्ता बोनस तिहार कार्यक्रम पूरे प्रदेश में आयोजित होगा। जिसमें 2 दिसम्बर को कोंडागांव के केशकाल (धनौरा), 3 दिसम्बर को सुकमा जिले के छिंदगढ़ और राजनांदगांव जिले के मोहला, 4 दिसम्बर को कांकेर जिले के अंतागढ़, 5 दिसम्बर को बलरामपुर जिले के शंकरगढ़, 6 दिसम्बर को गरियाबंद जिले के मैनपुर, 7 दिसम्बर को कबीरधाम जिले के बोड़ला और राजनांदगांव जिले साल्हेवारा, 8 दिसम्बर को
बिलासपुर जिले के मरवाही और रायगढ़ जिले धरमजयगढ़, 9 दिसम्बर को महासमुंद जिले के खल्लारी, 10 दिसम्बर को कोरिया जिले के सोनहत और 11 दिसम्बर को जशपुर जिले के पत्थलगांव विकासखंड के कोतवा में तेंदूपत्ता बोनस का वितरण किया जाएगा।
कांग्रेस सांसद ने शिक्षाकर्मियों के आंदोलन को ठहराया जायज, बोलीं – राज्यसभा में उठाएंगे मुद्दा
बैठक में 12 दिसम्बर को राज्य सरकार के 14 वर्ष पूर्ण होने पर राजधानी रायपुर सहित सभी जिला मुख्यालयों में कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इन कार्यक्रमों में सरकार जनता को 14 वर्ष के उपलब्धियों के बारे में बताएगी। साथ ही 12 दिसम्बर से ऊर्जा उत्सव मनाने का भी निर्णय लिया गया। इसमें जिला और विकासखंड स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।